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देखें, भारत आ रहा है दुनिया का सबसे बड़ा कार्गो विमान
Special News Coverage
12 May 2016 7:33 AM GMT
हैदराबाद: भारत आ रहा है दुनिया का सबसे बड़ा कार्गो विमान 'एन्टोनोव एएन- 225 मरिया'। ये यूक्रेन के कीव एयरपोर्ट से मंगलवार को उड़ा। एएन 225 विमान में 6 टर्बोफेन इंजिन लगे हैं और यह अब तक बना सबसे बड़ा व भारी विमान है।
एएन 225 विमान 13 मई को भारत आएगा। इस विमान की क्षमता 1500 लोगों को एक साथ ले जाने की है जो कि दुनिया के सबसे बड़े जेट विमान के मुकाबले तीन गुना है। बता दें ये विमान कीव से अॉस्ट्रेलिया के बीच 15,880 किमी की दूरी तय करेगा।
दरअशल, यह विमान 15 मई को पहली बार पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया की एक खदान कंपनी के 130 टन वजनी जेनरेटर को पर्थ तक ले जाएगा। इसके लिए इसे लगभग 15,600 किमी का सफर तय करना है। अपने भारी वजन के चलते एएन 225 विमान अपनी इस यात्रा में चार जगहों प्रॉग, तुर्कमेनिस्तान, जकार्ता के साथ हैदराबाद में रुकेगा।
यह विमान 640 टन वजन लेकर उड़ सकता है। इस विमान का निर्माण 80 के दशक में रूस के स्पेसक्राफ्ट 'बुरान' को लॉन्चपैड तक ले जाने के लिए किया गया था। इसका विंग एरिया बोइंग 747 विमान का दुगना है और यह एक बार में 4,000 किलोमीटर की यात्रा कर सकता है।
बता दें इस विमान का वजन 600 टन है। मरिया ने अपने टेस्ट फ्लाइट के 1 महीने के दौरान 109 वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ चुका है। यह प्लेन 7 मंजिला है और इसमें 6 इंजन और 32 टायर हैं। मरिया की लंबाई 84 मीटर और ऊंचाई 18.1 मीटर है। इस प्लेन की स्पीड 850 किमी/घंटे है और 12 हजार मीटर की ऊंचाई तक उड़ सकता है। इस प्लेन में लगे पंखे बोइंग 747 से दो गुने बड़ा है।
हालांकि, इसका सैन्य उपयोग किया जाता था। एएन-225 बनाने वाले इंजीनियरों ने एएन-124 के बेस का इस्तेमाल किया था, ताकि इंजन की क्षमता बढ़ा सकें। यह विमान एक बार में 640 टन भार ले जाने में सक्षम है। अगर इसके ऊपर विमान रखना हो तो दो लाख किलोग्राम आसानी से यह सह लेता है। नासा ने इसका उपयोग अंतरिक्ष यान के लिए किया था। ऐसी कई खूबियों के चलते इसे भारी-भरकम विमान भी कहते हैं। आज केवल एक एएन-225 विमान ही सेवा में है।
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