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उत्तर कोरिया की समस्या को शांतिपूर्ण तरीके से निबटें: एंजेला मैर्केल
जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने इस बात पर जोर दिया है कि उत्तर कोरिया की समस्या को शांतिपूर्ण तरीके से निबटाया जाना चाहिए. डॉयचे वेले को एक इंटरव्यू में मैर्केल ने कहा कि जर्मनी विवाद में मध्यस्थता कर सकता है. यह पूछे जाने पर कि क्या वे उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के साथ संपर्क पर विचार करेंगी, चांसलर ने जवाब दिया, "यह एजेंडे पर नहीं है. मैं ऐसा कोई कदम उठाने नहीं जा रही जिस पर पहले से सहमति नहीं हुई हो."
चांसलर अंगेला मैर्केल ने कहा, "यह संकट भले ही जर्मनी से काफी दूर हो, लेकिन यह हमें भी प्रभावित करता है. इसीलिए विदेश मंत्री की ही तरह मैं भी जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार हूं. हम ईरान समझौते की वार्ताओं में शामिल थे, जो अच्छा है और समझौता ना होने से बेहतर है. इसमें बहुत साल लगे, लेकिन अंत में इससे परमाणु हथियार बनाने की ईरान की संभावनाएं सीमित हुईं. मुझे लगता है कि हमें रूस, चीन और अमेरिका के साथ मिल कर उत्तर कोरिया के मामले में भी इसी तरह का रास्ता अपनाना चाहिए." चांसलर अंगेला मैर्केल ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप को उनके यूएन भाषण से पहले एक फोन वार्ता में जर्मनी के रुख के बारे में बताया था.
मैर्केल ने उत्तर कोरिया विवाद के समाधान में मदद के लिए मध्यस्थता की पेशकश की पुष्टि की. पूर्वी जर्मनी की कम्युनिस्ट विरासत, उत्तर कोरिया के साथ कूटनीतिक संबंधों और चीन, जापान, दक्षिण कोरिया और अमेरिका साथ अच्छे रिश्तों की रोशनी में मैर्केल ने कहा कि जर्मनी उन कुछेक देशों में है जो संकट के समाधान में मदद देने की हालत में हैं. चांसलर अंगेला मैर्केल ने अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के संयुक्त राष्ट्र महासभा में दिये गये भाषण की आलोचना की.
ट्रंप ने उत्तर कोरिया को पूरी तरह नष्ट करने की धमकी दी थी. चांसलर ने कहा, "मैं इस तरह की धमकियों के खिलाफ हूं. मैं अपनी और सरकार की तरफ से कहूंगी कि हम किसी तरह के सैन्य हल को पूरी तरह अनुचित मानते हैं और हमें राजनयिक कोशिशों से उम्मीद है. इसे पूरी तरह लागू करना होगा. मेरी राय में प्रतिबंध और उन्हें लागू करना सही कदम है. मैं मानती हूं, उत्तर कोरिया के खिलाफ इसके अलावा कुछ भी और गलत होगा. इसीलिए अमेरिकी राष्ट्रपति से हमारे मतभेद हैं."