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पूर्व अफगानी राष्ट्रपति करज़ई ने कहा, 'अफगानिस्तान में अमेरिका फैला रहा है कट्टरपंथ'
अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करज़ई ने अमेरिका को अफगानिस्तान में कट्टरपंथ का ज़िम्मेदार बताते हुए अमेरिका की गलत नीतियों की आलोचना की है. हामिद करज़ई का कहना है की अमेरिका ही अफगानिस्तान में कट्टरपंथ को बढ़ावा दे रहा है. हामिद करज़ई के इस बयान से अफगानिस्तान में अमेरिका के विरोध में तेज़ी आ सकती है.
रशा टूडे से बात करते हुए पूर्व अफगानी राष्ट्रपति हामिद करज़ई ने अमेरिका द्वारा अफगानिस्तान में अपने सैनिको को बढ़ाने की नीति को गलत क़रार दिया. उन्होंने कहा की ट्रम्प को पता है की अमेरिका की अफगानिस्तान में सेना की मौजूदगी से भी कोई हल नहीं निकला इसलिए और अधिक सैनिक बढ़ने से अमेरिका को कुछ हासिल नहीं होगा बल्कि अफ़ग़ानिस्तान में अशांति और कट्टरपंथ में वृद्धि हे होगी.
करज़ई ने ये भी कहा की अमेरिका की जासूस टीम के साये में आईइस आईएस को भी अफगानिस्तान में लाया गया है लेकिन अफ़ग़ानिस्तान इस्लामी स्टेट को यहाँ जमने नहीं देगा. वर्तमान समय में 14 हज़ार विदेशी सैनिक अफ़ग़ानिस्तान में तैनात हैं जिनमें 11 हज़ार अमरीकी हैं जबकि वाशिंग्टन अफ़ग़ानिस्तान में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ाने के प्रयास में है।
हामिद करज़ई के इस बयान से अफ़ग़ानिस्तान में अमेरिक एके खिलाफ लड़ने वाले ग्रुप और अधिक शक्ति के साथ लड़ेंगे. कुछ दिन पहले पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने भी हक़ानी नेटवर्क की मदद करने का इलज़ाम अमेरिका पर लगाया था. इन बयानों से देखा जा सकता है की इस इलाक़े में अब अमेरिका की डगर आसान नहीं होगी.