- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
उत्तर कोरिया ने अमेरिका को दी चेतावनी, कहा- प्रतिबंध हटाओ नहीं तो फिर बनाएंगे परमाणु बम
स्योल: काफी समय तक शांत रहने वाले उत्तर कोरिया ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। किम जोंग उन के देश ने कहा है कि यदि उसके ऊपर से प्रतिबंध नहीं हटाए गए तो वह परमाणु हथियारों का निर्माण फिर से शुरू कर सकता है। उत्तर कोरिया ने चेतावनी दी कि अगर अमेरिका आर्थिक संकट से जूझ रहे देश के खिलाफ सख्त आर्थिक प्रतिबंध नहीं हटाता तो वह परमाणु हथियार बनाने की सरकारी नीति की ओर रूख करने पर 'गंभीरता' से विचार करेगा। उत्तर कोरिया वर्षों से अपनी अर्थव्यवस्था के साथ अपनी परमाणु क्षमताओं को विकसित करने की नीति पर चल रहा था।
अप्रैल में उत्तर कोरियाई नेता ने प्रायद्वीप पर शांति बनाए रखने का हवाला देते हुए घोषणा की थी कि परमाणु हथियार की तलाश पूरी हो चुकी है और अब उनका देश 'सामाजिक आर्थिक प्रगति' पर ध्यान केंद्रित करेगा। बहरहाल, उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि अगर अमेरिका प्रतिबंधों पर अपना रुख नहीं बदलेगा तो प्योंगयांग अपनी नीति पर वापस लौट सकता है। चीन की आधिकारिक केसीएनए न्यूज एजेंसी ने शुक्रवार देर शाम को एक बयान में कहा, 'नीति फिर से लौट सकती है और रुख में बदलाव पर गंभीरता से पुनर्विचार किया जा सकता है।'
सिंगापुर में जून में ऐतिहासिक शिखर वार्ता में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग उन ने परमाणु निरस्त्रीकरण पर अस्पष्ट बयान पर हस्ताक्षर किए थे। अभी तक इस पर बहुत कम प्रगति हुई है। अमेरिका तब तक उत्तर कोरिया के खिलाफ प्रतिबंधों को जारी रखने पर जोर दे रहा है जब तक वह पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण नहीं कर लेता। दूसरी ओर उत्तर कोरिया अमेरिकी की मांग को 'गुंडागर्दी' जैसा बताकर उसकी निंदा कर रहा है।