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अमेरिका जाने वाले विमान यात्रियों को अब सुरक्षा से जुड़े साक्षात्कार का सामना करना होगा. दुनिया में लंबी दूरी की यात्रा कराने वाली पांच बड़ी एयरलाइनों ने इसकी घोषणा की है. इन एयरलाइनों ने यह फैसला अमेरिकी अधिकारियों के आग्रह पर किया है.
बुधवार को इस बारे में जानकारी दी गयी. इन एयरलाइनों में एयर फ्रांस, कैथी पैसिफिक, इजिप्ट एयर, एमिरेट्स और लुफ्थांसा शामिल हैं. इन सभी ने कहा है कि यात्रियों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी गई है. हालांकि साक्षात्कार कैसे होंगे इसके बारे में सभी एयरलाइनों ने अलग अलग बात कही है. अभी यह पता नहीं चल सका है कि दूसरे एयरलाइनों पर इसका क्या असर होगा. ट्रंप प्रशासन पहले ही लैपटॉप बैन और ट्रैवल बैन को लेकर दुनिया की एयरलाइनों को उलझन में डाल चुका है.
इस बारे में पूछे सवाल का अमेरिकी आंतरिक सुरक्षा विभाग ने जवाब नहीं दिया है. हालांकि विभाग ने यह जरूर कहा कि मध्यपूर्व के कुछ देशों की एयरलाइनों में लैपटॉप को केबिन लगेज में रखने पर लगी रोक हटा ली है और एयरलाइन में दूसरे सुरक्षा उपायों को लागू करने की समय सीमा अब खत्म हो गयी है. एयर फ्रांस का कहना है कि वह नए सुरक्षा साक्षात्कार गुरुवार से पेरिस के ऑर्ली एयरपोर्ट पर शुरू कर देगा.
इसके एक हफ्ते बाद इसे चार्ल्स द गॉल एयरपोर्ट पर भी शुरू किया जाएगा. इसके लिए सभी यात्रियों को सवालों वाला एक नया फॉर्म दिया जाएगा. फॉर्म में मौजूद सवालों के जवाब यात्रियों को लिख कर देने होंगे. उधर एमिरेट्स ने एक बयान में कहा है कि वह दुबई से जाने वाले यात्रियों से साक्षात्कार चेक इन काउंटरों और बोर्ड इन काउंटरों पर शुरू कर रहा है. एयरलाइन ने अपने यात्रियों से कहा है कि दुबई के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से यात्रा करते समय अतिरिक्त समय ले कर आयें.
हांगकांग की कैथी पेसिफिक एयरवेज ने अपनी वेबसाइट पर कहा है कि उसने अमेरिका जाने वाले सभी यात्रियों के लिए खुद से सामान चेक इन करने की सुविधा बंद कर दी है. सभी अमेरिका जा रहे यात्रियों को एक छोटे से इंटरव्यू से गुजरना होगा. जिन लोगों के पास सामान नहीं है उन्हें भी इस इंटरव्यू का सामना करना होगा. इजिप्ट एयर ने भी बयान में कहा है कि नए उपायों में यात्रियों और उनके सामान की जांच होगी साथ ही उनका इंटरव्यू भी होगा.
जर्मनी की लुफ्थांसा ने कहा है कि अमेरिकी ट्रांसपोर्टेशन सिक्योरिटी एडमिनिस्ट्रेशन के नये नियम आये हैं. उसके मुताबिक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस कंट्रोल पहले से ही लागू कर दिया गया है. अब इसके साथ ही अमेरिका जाने वाले यात्रियों को एक छोटा सा इंटरव्यू भी देना होगा जो चेक इन, डॉक्यूमेंट चेक या फिर गेट पर होगा. इसी साल मार्च में अमेरिका ने मध्यपूर्व के 10 शहरों से आने वाले यात्रियों के केबिन में लैपटॉप लाने पर रोक लगाई थी. अधिकारियों को आशंका है कि आतंकवादी इन उपकरणों में बम छिपाकर ला सकते हैं. जब एयरलाइनों ने इन उपकरणों की जांच शुरू कर दी तो यह रोक हटा ली गयी.