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सऊदी अरब में तथाकथित एक खरब डॉलर के भ्रष्टाचार के ख़ुलासे के बाद बड़े पैमाने पर गिरफ़्तारियां हो रही हैं जिसका सिलसिला शुक्रवार को भी जारी रहा। तसनीम समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, सऊदी अटॉर्नी जनरल शेख़ सऊद अलमुजीब का कहना है देश में एक दशक के दौरान लगभग एक खरब डॉलर का भ्रष्टाचार हुआ है। भ्रष्टाचार के आरोप में अबतक 201 लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है।
शेख़ सऊद अलमुजीब ने कहा कि गिरफ़्तार किए गए लोगों से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को भी गिरफ़्तार किया गया हैं उनके ख़िलाफ़ हमारे पास पुख़्ता सबूत मौजूद हैं। अलमुजीब ने कहा कि भ्रष्टाचार का आकलन जारी रखने के लिए अधिक सबूत इकठ्ठा किए जा रहे हैं। इससे पहले भी सऊदी अटॉर्नी जनरल शेख़ सऊद अलमुजीब का कहना था कि शाही परिवार के लोगों, मंत्रियों और उद्यमियों की गिरफ़्तारियां भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ जारी अभियान की शुरुआत है।
उन्होंने कहा था कि इन सभी लोगों को गिरफ़्तार करने से पहले ही इनके ख़िलाफ़ सबूत पेश किए जा चुके हैं। दूसरी ओर सऊदी अरब के मामलों के जानकारों का कहना है कि इस देश के युवराज मोहम्मद बिन सलमान भ्रष्टाचार को बहाना बनाकर अपने तमाम विरोधियों का सफ़ाया कर रहे हैं। टीकाकारों का मानना है कि आले सऊद में सत्ता को लेकर लड़ाई शुरू हो चुकी है। बिन सलमान हर उस व्यक्ति को रास्ते से हटा देना चाहते हैं जो उनके सत्ता के पहुंचने के मार्ग में थोड़ा सा भी रोड़ा अटका सकता है।
ज्ञात रहे कि हाल ही में गिरफ़्तार किए गए लोगों में सऊदी अरब के सबसे बड़े उद्योगपति राजकुमार वलीद बिन तलाल, राजकुमार मतब बिन अब्दुल्लाह और उनके भाई रियाज़ के पूर्व गवर्नर प्रिंस तुर्की बिन अब्दुल्लाह भी शामिल हैं। सऊदी अरब के सबसे अमीर उद्योगपति और राजकुमारों की गिरफ़्तारी के बाद सऊदी शेयर बाज़ार में भारी गिरावट देखने को मिल रही है।