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रूस ने ओपीसीडब्लयू और संयुक्त राष्ट्र संघ की संयुक्त जांच समिति पर सीरिया के ख़ान शैख़ून में हुए संदिग्ध रासायनिक हमले की जांच में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। इर्ना की रिपोर्ट के अनुसार रूस के विदेशमंत्रालय में हथियारों के विस्तार की रोकथाम तथा नियंत्रण संस्था के प्रमुख मीख़ाइल औलियानोफ़ ने शुक्रवार को बल दिया कि ओपीसीडब्लयू और संयुक्त राष्ट्र संघ की संयुक्त जांच समिति न केवल यह कि नहीं कर सकती बल्कि वह सीरिया के ख़ान शैख़ून की संदिग्ध घटना के बारे में अपनी ज़िम्मेदारियों को अंजाम देना नहीं चाहती।
जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र संघ के मुख्यालय में सीरिया के स्थाई राजदूत हुसामुद्दीन अला ने भी हालिया में एक बयान में कहा था कि संयुक्त राष्ट्र संसघ की जांच कमेटी के गुमराह व्यवहार पर दमिश्क़ सरकार की निरंतर चेतावनियों के बावजूद यह कमेटी यथावत सीरिया के विरुद्ध आरोपों और झूठी बातें गढ़ने से बाज़ नहीं आ रही है। चार अप्रैल मंगलवार को सीरिया के दइलिब प्रांत के ख़ान शैख़ून में संदिग्ध रासायनिक हमले में 100 से अधिक लोग हताहत और 400 से अधिक लोग घायल हुए थे।
इस संदिग्ध हमले के बाद अमरीका के नेतृत्व में पश्चिम समर्थित आतंकवादियों ने ख़ान शैख़ून घटना की ज़िम्मेदारी सीरिया सरकार के सिर मढ़ने का प्रयास किया जबकि सीरिया सरकार ने पूरी ताक़त से इन आरोपों का खंडन किया था।
कुछ टीकाकारों का यह कहना है कि सीरिया की सेना की हालिया सफलताओं पर पर्दा डालने और जनमत को धोखा देने के लिए सीरिया सरकार पर रासायनिक हथियारों के प्रयोग का आरोप लगाने का प्रयास किया जा रहा है। पुष्ट रिपोर्टों से पता चला है कि इराक़ और सीरिया में आतंकवादी संगठनों ने कई बार सेना और आम लोगों के विरुद्ध रासायनिक हथियारों का प्रयोग किया है।