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साउदी के प्रिंस ने कहां, दुनिया आतंकी का खात्माकर ही दम लेगें

आनंद शुक्ल
27 Nov 2017 9:21 AM GMT
साउदी के प्रिंस ने कहां, दुनिया आतंकी का खात्माकर ही दम लेगें
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करीब 40 इस्लामिक देशों के सैन्य अधिकारियों के साथ मुलाकात के दौरान सलमान ने वादा किया कि इस्लामिक देश आतंकवाद के खिलाफ एकत्रित होकर इसका जड़ से खात्मा करेगा।

रियाद: सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने रविवार को आतंकवाद को जड़ से खत्म किए जाने की प्रतिज्ञा ली। दरअसल रविवार को करीब 40 इस्लामिक देशों के सैन्य अधिकारियों के साथ मुलाकात के दौरान सलमान ने वादा किया कि इस्लामिक देश आतंकवाद के खिलाफ एकत्रित होकर इसका जड़ से खात्मा करेगा।

इस्लामिक देशों के गठबंधन की पहली उच्चस्तरीय बैठक के बाद सऊदी क्राउन प्रिंस ने ये ऐलान किया। सलमान ने कहा कि चरमपंथियों को अब हमारे सुंदर राष्ट्रों को धूमिल करने का अवसर नहीं दिया जाएगा। बैठक के दौरान शामिल देशों ने आतंकवाद के खिलाफ गठबंधन बनाया। हालांकि इस बैठक में ईरान, इराक व सीरिया शामिल नहीं हुए। वहीं सदस्य देश कतर ने भी अपनी तरफ से कोई प्रतिनिधि नहीं भेजा।
यह संगठन आतंकवाद को समाप्त करने के लिए मुस्लिम देशों को एकजुट करेगा। इस संगठन का कमांडर इन चीफ पाकिस्तान के पूर्व जनरल राहील शरीफ को बनाया गया हैं। गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में आतंकवाद गहरी पैठ जमा चुका है, इसका कारण केवल आपसी सहयोग नहीं है। प्रिंस सलमान ने कहा कि, आतंकवाद को समाप्त करने के लिए मुस्लिम राष्ट्रों को एकजुट होना होगा। इस दौरान तेहरान को लेकर चर्चा हुई। हालांकि बैठक से ईरान व ईराक अलग रहे।
दूसरी ओर आरोप लगता रहा कि लेबनान में शिया हिजबुल्ला व यमन में हुति विद्रोहियों को हथियार देता रहा है। आतंकवाद से लड़ने हेतु दुनिया में वहाबी विचारधारा फैलाने और कई आतंकी सगंठनों को फंडिंग करने का आरोप झेल रहा सऊदी अरब ने अब आतंकवाद को दुनिया से खत्म करने का आव्हान किया है। सऊदी अरब के सबसे ताकतवर इंसान और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने वादा किया है कि मुस्लिम देशों के साथ गठबंधन कर दुनिया से आतंकवाद को जड़ से खत्म किए जाने का काम किया जाएगा।
सलमान ने यह बात रविवार को 40 इस्लामिक मुल्क के अधिकारियों और नेताओं से मीटिंग करने के बाद कही। इस मीटिंग में कुल 41 इस्लामिक देशों ने भाग लिया था, जिसमें सऊदी के दुश्मन देश ईरान और यहां तक कि सीरिया और ईराक जैसे देश इस मीटिंग का हिस्सा नहीं थे। इस मीटिंग में रियाद और तेहरान के बीच चल रहे टेंशन पर चर्चा की गई। बता दें कि सऊदी अरब लंबे समय से ईरान पर आरोप लगाते आया है कि ये मुल्क लेबनान में शिया हिजबुल्ला और यमन में हुति विद्रोहियों को हथियार देता रहा है।

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