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अमेरिकी विदेशमंत्री रिक्स टेलरसन ने गिरफ्तारियों के संबंध में पारदर्शिता की मांग की है। सऊदी अरब में तेज़ी से होने वाले परिवर्तनों ने एक बार फिर अमेरिकी राष्ट्रपति और विदेशमंत्री के मध्य मतभेदों को स्पष्ट कर दिया है। सऊदी युवराज मोहम्मद बिन सलमान के आदेश से इस देश में कुछ राजकुमारों को गिरफ्तार किया गया है और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने किसी प्रकार की आपत्ति के बिना इस कदम का समर्थन किया है जबकि विदेशमंत्री रिक्स टेलरसन ने गिरफ्तारियों के संबंध में पारदर्शिता की मांग की है।
इसी प्रकार अमेरिकी विदेशमंत्रालय ने डोनाल्ड ट्रम्प के दावे के पूर्ण खिलाफ रियाज़ पर मारे जाने वाले मिसाइल के बारे में संदेह प्रकट किया है। अभी हाल ही में यमनी सैनिकों ने रियाज़ पर जो मिसाइल मारा था किसी प्रकार के प्रमाण के बिना ट्रम्प ने दावा किया था कि इस मिसाइल हमले का ज़िम्मेदार ईरान है। इस मिसाइल हमले के बाद सऊदी अरब की अगुवाई में यमनी जनता के खिलाफ बने गठबंधन ने भी इसे ईरान की ओर से युद्धक कार्यवाही का नाम दिया था।
इस प्रकार के बयान इस बात का कारण बने कि कुछ संचार माध्यमों में ईरान और सऊदी अरब के मध्य सैन्य टकराव की बात की जाये. अलबत्ता यह पहली बार नहीं है जब वाइट हाउस और अमेरिकी विदेशमंत्रालय के मध्य इस प्रकार का मतभेद उत्पन्न हुआ है। सऊदी अरब और क़तर के मध्य राजनीतिक विवाद में भी ट्रम्प ने रियाज के उन आरोपों की पुष्टि की जो उसने दोहा पर लगाये थे और कतर को आतंकवाद का समर्थक बताया था जबकि अमेरिकी विदेश व रक्षामंत्रालय ने कुछ समय के बाद सऊदी अरब के आरोपों को रद्द कर दिया और क़तर को वाशिंग्टन का निकट घटक बताया। इस प्रकार की चीज़ों की पुनरावृत्ति, इस बात की सूचक है कि विश्व के महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील परिवर्तनों के संदर्भ में वाइट हाउस के राजनेता बदहवासी व बौखलाहट के शिकार हैं।