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जब आतंकियों का कोई धर्म नहीं तो महबूबा यह अपील क्यों कर रही है सरकार से!
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार से रमजान के दौरान आतंकियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन बंद रखने की अपील की है। महबूबा ने कहा कि केंद्र पिछले साल की तरह इस साल भी रमजान के दौरान सीजफायर का ऐलान करे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, रमजान आने वाला है। लोग दिन और रात में दुआ करने के लिए मस्जिद जाते हैं। मैं अपील करती हूं कि सरकार को पिछली साल की तरह ही छापेमारी और सर्च ऑपरेशन बंद रखने चाहिए। इससे जम्मू-कश्मीर के लोगों को एक महीने के लिए राहत मिल सके।
मुफ्ती ने कहा, मैं आतंकवादियों से अपील करती हूं कि रमजान का महीना इबादत और प्रार्थना का है। उन्हें इस दौरान कोई हमला नहीं करना चाहिए। पिछले साल केंद्र सरकार ने पीडीपी-भाजपा गठबंधन की राज्य सरकार की मांग पर रमजान के दौरान सीजफायर का ऐलान किया था। सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन रोक दिए थे। हालांकि, सुरक्षाबल जवाबी कार्रवाई के लिए स्वतंत्र थे।
रमजान के दौरान सीजफायर के ऐलान के बाद आतंकी हमलों में इजाफा हुआ था। 2017 रमजान की तुलना में 2018 में 7 गुना से ज्यादा आतंकी घटानाएं सामने आईं थीं। पिछले साल रमजान के दौरान हुए 66 हमलों में 17 जवान शहीद हुए थे। वहीं, जवाबी कार्रवाई में 22 आतंकी मारे गए थे।
लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह है कि जब सभी लोग आतंकवाद का धर्म नहीं मानते है तो इस तरह की अपील का उन पर क्या असर पड़ेगा। हां इतना जरुर है कि उन आतंकी ताकतों को हौसला जरुर बढ़ेगा।