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बड़ी खुश खबरी अब आपको किराए पर मिलेगा बॉयफ्रेंड, जब चाहें तब बदल भी लें, जानिए पूरी बात!

Special Coverage News
1 Sep 2018 5:56 AM GMT
बड़ी खुश खबरी अब आपको किराए पर मिलेगा बॉयफ्रेंड, जब चाहें तब बदल भी लें, जानिए पूरी बात!
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मकान दूकान किराय पर मिलने के बाद अब किराए के बॉयफ्रेंड भी घंटे के हिसाब से मिलेंगे. भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में जहां किसी के पास किसी दूसरे के लिए वक़्त नहीं होता वहीं बनते बिगड़ते रिश्तो के बीच मुंबई में एक ऐप लॉन्च हुआ है जिसकी थीम है 'बॉयफ्रेंड ऑन रेंट' यानी किराए पर बॉयफ्रेंड. मुंबई के रहने वाले कौशल प्रकाश ने एक ऐसी ऐप लॉन्च की है जो किराये पर लोगों को बॉयफ्रेंड दिलाती है. इस ऐप का नाम है 'रेंट अ बॉयफ्रेंड'(आरएबीएफ).

इस ऐप को बनानेवाली कम्पनी का दावा है कि ये ऐप डिप्रेशन में पड़े लोगो को बाहर निकालने के लिए बनाया गया है और इस ऐप के ज़रिए होने वाली मुलाक़ात सार्वजनिक जगह पर होगी. इस ऐप के ज़रिए लडकियां रेंट पर कुछ घंटों के लिए बॉयफ्रेंड हायर कर उसके साथ घूमने जा सकती है. डेट कर सकती है. तकलीफे शेयर कर सकती है और बातचीत के जरिए डिप्रेशन से बाहर आ सकती है.

घंटे के हिसाब से बॉयफ्रेंड लो...

इस ऐप को बनानेवाले कम्पनी के मालिक कौशल प्रकाश ने इस ऐप को लॉन्च करने के पीछे की सबसे बड़ी वजह डिप्रेशन को बताया. जिसके चलते महिलायें,लडकिया, सदमे में चली जाती है. इस ऐप के जरिए वो हमारे जरिए कुछ घंटों के लिए एक ऐसा दोस्त पा सकेंगी जिससे उनकी प्राईवीसी लीक हुए बगैर वो अपनी परेशानिया शेयर कर सकती है. थोड़ा वक़्त बिताकर,घूम फिरकर और बातचीत के जरिए डिप्रेशन से बाहर आ सकती है.

बोर बॉयफ्रेंड हो तो अगले घन्टे बॉयफ्रेंड बदल दो...

साथ ही अगर आप को ऐप के ज़रिये मिले बॉयफ्रेंड का साथ अच्छा नहीं लगा तो ये चेंज करने की सुविधा भी देता है. यानी अगर ये बॉयफ्रेंड 1 घंटे में आपका दिल जीतने में नाकाम रहा तो इस ऐप में बॉयफ्रेंड चेंज करने का भी ऑप्शंस देता है.

जब चाहो तब मिलो..

कौशल प्रकाश ने न्यूज 18 से बातचीत के दौरान बताया है कि ये सर्विस किसी अन्य सर्विस की तरह ही होगी. इसमें घंटों के हिसाब से पैसे लिए जाएंगे. ये ऐप लड़कियों को एक फ्रेंड, एक कंपेनियन देगा जिससे वो हर प्रॉब्लम शेयर कर सकती हैं.इस ऐप को अगस्त में लॉन्च किया गया खास कर उन लोगों के लिए जो डिप्रेशन से जूझ रहे हैं.सिर्फ एक एप डाउनलोड करो और एक क्लिक से अपने आसपास अपने मन का बॉयफ्रेंड कुछ घन्टे के लिए किराए पे ले सकते हैं.

बॉयफ्रेंड की होती है ट्रेनिंग

कौशल प्रकाश बताते हैं कि ये कोई डेटिंग साइट नहीं है. ऐसे काफी सारे लोग है जो खुद को अकेला महसूस करते हैं और डिप्रेशन में चले जाते हैं. ये ऐप लोगों को एक सर्पोटिव फ्रेंड मुहिया कराती है.

कौशल प्रकाश बताते है कि जिन लड़को को बॉय फ्रेंड के तौर पर भेजा जाता है वो ऑडिशन के द्वारा चुने जाते हैं. इसेक बाद उन्हें कोच, डॉक्टर और साइकेट्रिस्ट की एक टीम ट्रेन करती है. आप लड़के को किसी भी सार्वजनिक जगह घूमने के लिए ले जा सकते हैं और ऐप 500 रुपए में 15 से 20 मिनट के लिए काउंसलिंग भी देता है.

इस ऐप की कैटेगरी मे 3 कैटेगरी के बॉयफ्रेंड हैं.

अगर आप कुछ घंटों के लिए किसी एक्टर को बॉयफ्रेंड के तौर पर चाहती है कि वो आपके डिप्रेशन टाइम में आपके साथ समय बिताए तो आपको 3000 से 5000 प्रति घन्टे की कीमत चुकानी होगी.

अगर लड़की किसी मॉडल के साथ डिप्रेशन के वक्त अपने बॉयफ्रेंड ले तौर पर वक्त बिताने की इछुक है तो उसे 1000 से 2000 रुपये देने होंगे. और किसी सामान्य आदमी के साथ डेटिंग करने की कीमत 300 से 1000 है.यानि डिप्रेशन की दवा एक ऐसा साथी होता है जो आपसे पहली बार कुछ घंटों के लिए मिलेगा और लड़किया उसे अपने डिप्रेशन का कारण बताते हुए उससे सलाह ले सकती हैं. बात कर सकती हैं गप्पे मार सकती हैं.

हालांकि इस ऐप पर तुरंत डिमांड पूरी नही हो सकती कुछ शर्तें इसके साथ जुड़ी है...मसलन-

# आप पर रिक्वेस्ट भेजने पर आया हुए साइकेट्रिस्ट डॉक्टर का काल न केवल लड़कियों से उसकी परेशानी पूछेगा बल्कि काउंसलिंग करेगा. और सैटिस्फाइड होने पर ही रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करेगा.

# आप कभी किसी के घर पर या खुद के घर पर हायर किए गए बॉयफ्रैंड को नही बुला सकते. आपको सार्वजनिक जगहों पर ही मुलाकात करनी होगी.

# ये डेटिंग केवल दोस्त मुहैया कराने के लिए है जिसमे आप अपने डिप्रेशन से बाहर आने के लिए कोशिश करते है. ऐसे में किसी तरह की फिजिकल रिलेशनशिप के लिए इसमे कोई जगह नहीं है. इसलिय नियमोँ का ख्याल रखें

कई साइकेट्रिस्ट डॉक्टर इस एप प्रभावशाली तरीका मांन रहे हैं. डॉक्टरों के मुताबिक परेशानी में हर शख्स ऑपोजिट सेक्स की तरफ सहानभूति पाने का इछुक होता है. साथ ही पहचान के व्यक्ति के सामने वो खुलकर कभी नही बात कर पाता. ऐसे में ये एक अनजान दोस्त से वो कुछ भी कह सकती है बता सकती है.

डिप्रेशन खत्म करने में कितना कारगर है ऐप ?

साइकट्रिस्ट अमित कुलकर्णी की इस ऐप के बारे में राय जुदा है.उनका कहना है कि इसके ज़रिये आप थोड़ी देर के लिए किसी से बात करते वक्त क्या आप भावनात्मक रूप से न्यूट्रल रह सकते हैं. लेकिन आपको ये भी मालूम है कि आपके सामने जो आदमी बैठा है वह भाड़े का है. आपकी भावनाओं से उस व्यक्ति को कुछ लेना देना नहीं है. तो ऐसे में ये ऐप कितना कारगर है. इसलिए सिर्फ सुने पर न जाए और एप के इस्तेमाल से पहले अपने परिवार दोस्तों करीबियों की मदद ले डिप्रेशन से बाहर आने के लिए क्योकि ऐप भावनाओं की जगह नही ले सकता.

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