इंदौर

'जब बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय पत्रकार से बोले, तू क्या जज है?

Special Coverage News
27 Jun 2019 3:15 AM GMT
जब बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय पत्रकार से बोले, तू क्या जज है?
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मध्य प्रदेश के इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने इंदौर नगर निगम के अधिकारियों की क्रिकेट बैट से जमकर पिटाई कर दी. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि निगम के कर्मचारी जर्जर मकानों को तोड़ने आए थे. इस पर आकाश विजयवर्गीय ने उनसे बदसलूकी की और उन पर बुरी तरीके से भड़क गए. उन्होंने अधिकारियों की जोरदार तरीके से पिटाई कर दी. दरअसल, निगम की टीम जर्जर मकानों को खाली कराकर तोड़ना चाहती थी, ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके.

वीडियो वायरल होने के बाद एक निजी चैनल के पत्रकार ने आकाश के पिता कैलाश विजयवर्गीय से सवाल पूछा कि आपके बेटे ने कानून को अपने हाथ में लेकर निगम अधिकारियों की पिटाई की. वे ऐसा कैसे कर सकते हैं ? इस पर आपका क्या कहना है. पहले तो कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मेरा बेटा गलत काम नहीं कर सकता. फिर जब पत्रकार ने दोबारा पूछा कि यह तो वीडियो में दिख रहा है कि आकाश अधिकारियों की पिटाई कर रहे हैं. इस पर वह और ज्यादा भड़क गए और पत्रकार को कहा कि आप जज हैं क्या? पत्रकार के बार-बार सवाल पूछने पर कैलाश विजयवर्गीय ने आपा खो दिया और कहा कि तुम्हारी हैसियत क्या है.

आकाश समेत 10 के खिलाफ मामला दर्ज

बाद में आकाश विजयवर्गीय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. उन्हें स्थानीय कोर्ट में पेश किया गया. आकाश को कोर्ट ले जाने के दौरान पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. विधायक के समर्थक आसपास इकट्ठा हो गए. वे सरकार और निगम के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. घटना के बाद थाने पहुंचे आकाश ने अपना पक्ष रखा. आकाश ने कहा कि यह तो शुरुआत है हम भ्रष्टाचार और गुंगागर्दी को खत्म करेंगे.

पहले भी विवादों में रहे हैं आकाश

आपको बता दें कि इससे पहले भी आकाश विजयवर्गीय अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रह चुके हैं. लोकसभा चुनाव के दौरान आकाश ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया था. तब उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी पहले तो पप्पू थे, अब गधों के सरताज बन गए हैं. उसके बाद कांग्रेस ने इसपर जमकर हंगामा किया था.

वर्तमान में आकाश विजयवर्गीय, इंदौर-3 विधानसभा सीट से विधायक हैं. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान भी उनके टिकट को लेकर विवाद हुआ था. आपको बता दें कि कैलाश विजयवर्गीय राष्ट्रीय राजनीति में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं और पश्चिम बंगाल के प्रभारी हैं. इसलिए वे खुद चुनाव नहीं लड़े और उनके बेटे को टिकट मिला.

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