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महाराष्‍ट्र: NCP ने दिए शिवसेना के संग जाने के संकेत, कांग्रेसी विधायकों की इच्छा सरकार में शामिल होने की

Special Coverage News
10 Nov 2019 10:28 AM GMT
महाराष्‍ट्र: NCP ने दिए शिवसेना के संग जाने के संकेत, कांग्रेसी विधायकों की इच्छा सरकार में शामिल होने की
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मुंबई: महाराष्ट्र में चारों प्रमुख पार्टियां अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुट गई हैं। बीजेपी की एक और बैठक शाम 4बजे होने वाली है। कांग्रेस जयपुर से प्लान तैयार कर रही है। उधर, शिवसेना ने कहा है कि वह सरकार बनाने को लेकर बीजेपी की पहल के बाद अपने पत्ते खोलेगी। ऐसे में सरकार गठन पर शिवसेना-बीजेपी का हक बताते रहे एनसीपी नेता शरद पवार ऐक्टिव हो गए हैं।

पार्टी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यदि बीजेपी और शिवसेना सरकार नहीं बना पाती हैं तो हम वैकल्पिक सरकार बनाएंगे। सूबे में चल रही उठापटक के बीच नैशनलिस्‍ट कांग्रेस पार्टी मंगलवार को अपने विधायकों के साथ बैठक करने जा रही है। माना जा रहा है कि विधायकों के साथ बातचीत के बाद एनसीपी चीफ शरद पवार शिवसेना के साथ गठजोड़ को हरी झंडी दे सकते हैं।

कांग्रेस के एक अन्‍य नेता मिलिंद देवड़ा ने कहा है कि राज्‍यपाल को कांग्रेस-एनसीपी को सरकार बनाने का न्‍योता देना चाहिए। खबर यह भी है कि महाराष्ट्र कांग्रेस के कई विधायक शिवसेना को समर्थन देकर सरकार में शामिल होने के पक्ष में हैं। कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र के प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस संबंध में सोनिया गांधी से बात करने की बात कही है। हालांकि इन दिनों कांग्रेस से नाराज चल रहे हैं मुंबई के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम ने पार्टी आलाकमान को चेतावनी दी है कि वर्तमान राजनीतिक हालात में शिवसेना को समर्थन देना पार्टी के लिए विनाशकारी साबित होगा।




देवड़ा बोले, एनसीपी-कांग्रेस को मिलनी चाहिए सरकार

कांग्रेस के नेता मिलिंद देवड़ा ने राज्यपाल से कांग्रेस-एनसीपी को सरकार बनाने के लिए न्योता देने की अपील की है। उन्होंने रविवार को अपने एक ट्वीट में लिखा, 'बीजेपी-शिवसेना ने सरकार बनाने से इनकार कर दिया है, ऐसे में महाराष्ट्र के राज्यपाल को प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े गठबंधन एनसीपी-कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करना चाहिए।'

निरुपम बोले, शिवसेना से दोस्ती होगी विनाशकारी

कांग्रेस ने किसी भी प्रकार की टूट से बचाने के लिए अपने विधायकों को जयपुर भेज दिया है। संजय निरुपम ने ट्वीट कर कहा, 'महाराष्‍ट्र के वर्तमान राजनीतिक गणित के मुताबिक कांग्रेस-एनसीपी के लिए के लिए सरकार बनाना असंभव है। इसके लिए हमें शिवसेना की जरूरत होगी। और हमें किसी भी परिस्थिति में शिवसेना के साथ सत्‍ता के बंटवारे के बारे में निश्चित रूप से विचार नहीं करना चाहिए। यह पार्टी के लिए विनाशकारी कदम होगा।'

NCP बोली, ... तो हम बनाएंगे सरकार

उधर, एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा है कि अगर बीजेपी और शिवसेना सरकार बनाते हैं तो हम विपक्ष में बैठेंगे। यदि वे सरकार नहीं बनाते हैं तो कांग्रेस और एनसीपी एक वैकल्पिक सरकार बनाने का प्रयास करेंगे। उन्‍होंने कहा कि एनसीपी ने 12 नवंबर को सभी विधायकों की बैठक बुलाई है और इसमें राज्‍य के वर्तमान राजनीतिक हालात पर विस्‍तार से चर्चा होगी।

राउत बोले, कांग्रेस दुश्मन नहीं

इससे पहले शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' में रविवार को एक बार फिर एनसीपी चीफ शरद पवार की तारीफ की है, जो एनसीपी-कांग्रेस-शिवसेना दोस्ती का संकेत दे रही है। सामना में शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि (सरकार बनाने में) प्रदेश के बड़े नेता शरद पवार की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के भी कई विधायक सोनिया गांधी से मिले और उनसे महाराष्ट्र का फैसला महाराष्ट्र को सौंपने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस महाराष्ट्र की दुश्मन नहीं है। सभी दलों में कुछ मुद्दों पर मतभेद होते हैं।

सदन का गणित

महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव बीजेपी-शिवसेना महायुति और कांग्रेस-एनसीपी महागठबंधन ने मिलकर लड़ा था। मतदान 21 अक्टूबर को और मतों की गणना 24 अक्टूबर को हुई थी। चुनाव में बीजेपी ने सबसे ज्यादा 105 सीटें, शिवसेना ने 56 सीट, एनसीपी ने 54 और कांग्रेस ने 44 सीटों पर जीत हासिल की। चुनाव नतीजे आने के बाद मुख्यमंत्री पद और सत्ता में हिस्सेदारी को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच विवाद हो गया। इसके चलते किसी ने सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया, क्योंकि बहुत के 145 विधायक किसी के पास नहीं थे।

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