महाराष्ट्र में विभागों को लेकर तीनों दलों में अभी तक नहीं बनी सहमति, जानिए क्यों?

महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की सरकार बनने के बाद भी मंत्रालयों को लेकर अभी तक तीनों दलों में पेंच फंसा हुआ है। खबर है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे गृह विभाग अपने पास रखना चाहते हैं।
इससे पहले जब सरकार गठन को लेकर तीनों दलों के बीच बातचीत चल रही थी तब गृह विभाग एनसीपी को दिए जाने को लेकर सहमति बनी थी। सूत्रों का कहना है कि पिछले सप्ताह एनसीपी प्रमुख शरद पवार के साथ मुलाकात में उद्धव ठाकरे ने गृह विभाग और सामान्य प्रशासन अपने पास रखने की इच्छा व्यक्त की है।
सूत्रों का कहना है कि अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों के समान उद्धव ठाकरे अन्य अतिरिक्त विभाग अपने पास रखे जाने के पक्ष में नहीं हैं। बताया जा रहा है कि यदि पार्टी अपने पास शहरी विकास मंत्रालय रखती है तो यह विभाग पार्टी के वरिष्ठ नेता सुभाष देसाई को दिया जा सकता है।
वहीं, कांग्रेस में भी युवाओं और बुजुर्गों नेताओं के बीच खींचतान देखने को मिल रही है। ठाकरे सरकार में कांग्रेस को नौ कैबिनेट मंत्री और तीन स्वतंत्र प्रभार रैंक के विभाग मिलने की उम्मीद है। ऐसे में पार्टी के युवा विधायक सरकार में संख्या के आधार पर अधिक हिस्सेदारी चाहते हैं।
जबकि खबर है कि पार्टी के बड़े व अनुभवी नेता जैसे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण भी सरकार में शामिल होने को इच्छुक हैं। अशोक चव्हाण अपरोक्ष रूप से अपनी इस इच्छा को व्यक्त भी कर चुके हैं। चव्हाण ने शनिवार को कहा था कि मौजूदा सरकार में पार्टी की स्थिति तीसरे नंबर की ना हो यह सुनिश्चित करने के लिए सरकार में युवाओं व अनुभव का सही संतुलन बनाए रखने की जरूरत है।