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अमित शाह बोले- कश्मीर में अब तक 41 हजार लोग मारे गए, तब मानवाधिकार की बात करने वाले कहां थे
नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि अनुच्छेद 370 के कारण जम्मू-मश्मीर में आतंकवाद का एक दौर चालू हुआ। इसमें अब तक 41,800 लोग मारे गए। मानवाधिकार की बात करने वाले बताएं कि इन मारे गए लोगों की विधवाओं और इनके बच्चों की आपने कभी चिंता की है क्या? बहुत सारी गलतफहमियां अनुच्छेद 370 और कश्मीर के बारे में आज भी फैली हुई है, उनका स्पष्ट होना जरूरी है।
अमित शाह ने नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा कि जब देश आजाद होता है तो उसके सामने सुरक्षा, संविधान बनाने जैसे कई सवाल होते हैं। पर हमारे सामने 630 रियासतों को एक करने का प्रश्न भी आ गया था। देश के पहले गृह मंत्री लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल न होते तो ये काम कभी न होता। सरदार पटेल की ही दृढ़ता का परिणाम था कि 630 रियासतें आज एक देश के रूप में दुनिया के अंदर अस्तित्व रखती हैं।
शाह ने कहा, ''630 रियासतों को एक करने में कोई दिक्कत नहीं आई, लेकिन जम्मू-कश्मीर को अखंड रूप से एक करने में 5 अगस्त 2019 तक का समय लग गया। जो लोग हम पर आरोप लगाते हैं कि ये राजनीतिक स्टैंड है, मैं उनको यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि ये हमारा स्टैंड तब से है जब से भाजपा बनी। हमारी मान्यता है कि जब अनुच्छेद 370 देश की एकता और अखंडता के लिए ठीक नहीं था।''
गृह मंत्री ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी ट्रेन के रास्ते जम्मू-कश्मीर गए, उनके पास परमिट नहीं था। वे मानते थे कि मेरे देश में जाने के लिए परमिट की क्या जरूरत है। उनको परमिट नहीं लेने के लिए जेल में डाला गया। श्यामा प्रसाद जी ने अपने जीवन का बलिदान अनुच्छेद 370 हटाने के लिए दिया। कश्मीर का इतिहास तोड़-मरोड़कर देश के सामने रखा गया। क्योंकि जिनकी गलतियां थीं उनके हिस्से में इतिहास लिखने की जिम्मेदारी आई। अब समय आ गया है इतिहास सच्चा लिखा जाए और सच्ची जानकारी जनता के सामने रखी जाए।
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुच्छेद 370 को हटाया है। अब पांच से सात वर्ष के अंदर जम्मू-कश्मीर देश का सबसे विकसित राज्य बनेगा। यहां टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। दुनिया भर में सबसे कुदरती सौंदर्य ईश्वर ने अगर एक भूखंड पर दिया है तो वो जम्मू-कश्मीर है।
गृह मंत्री ने कहा, ''पूरी दुनिया हमारे साथ खड़ी है। सात दिन तक दुनिया के सभी राष्ट्रध्यक्ष संयुक्त राष्ट्र में थे। किसी ने पाकिस्तान की तरफदारी नहीं की। सब भारत के साथ खड़े रहे। मैं मानता हूं कि यह मोदी जी की सबसे बड़ी कूटनीतिक सफलता है कि पूरी दुनिया को अपने साथ जोड़कर रखा।''
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कश्मीर की जनता पर गोली नहीं चलेगी, लेकिन अगर कोई आतंकी आता है तो उस पर गोली जरूर चलेगी। फिर वह कश्मीर में हो या देश के किसी अन्य हिस्से में। जम्मू-कश्मीर ऐसा राज्य था, जहां एंटी करप्शन ब्यूरो नहीं था। वहां इसको 5 अगस्त 2019 को लाया गया। शाह ने कहा कि कश्मीर में 40 हजार ग्राम प्रधान विकास के लिए काम कर रहे हैं। राज्य में अगले 4-5 दिनों में तहसील और जिला पंचायत चुनाव होंगे।