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गृह मंत्री अमित शाह बोले- 'फारूक अब्दुल्ला ना नजरबंद ना हिरासत में, वह अपनी मर्जी से घर पर हैं'
नई दिल्ली : कश्मीर में जारी सियासी घटनाक्रम और तनाव के माहौल के बीच एक ओर जहां राज्य की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों के नेता हिरासत में हैं, वहीं पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला अब भी अपने घर में ही मौजूद हैं। मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कई बार इस बात की पुष्टि की कि फारूक को पुलिस ने हिरासत में नहीं लिया है, ना ही वह नजरबंद हैं। इससे पहले फारूक अब्दुल्ला ने खुद को घर में नजरबंद करने का आरोप लगाया था। कई विपक्षी नेताओं ने भी फारूक अब्दुल्ला को लेकर सवाल किया था।
लोकसभा में जम्मू-कश्मीर पुर्नगठन बिल पर बहस के दौरान एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि आज के बहस में फारूक अब्दुल्ला की कमी महसूस हो रही है। इसके बाद गृहमंत्री अमित शाह ने खड़े होकर स्पष्ट किया कि फारूक अब्दुल्ला को ना तो गिरफ्तार किया गया है और ना ही नजरबंद हैं। वह अपनी मर्जी से घर पर हैं। इसके बाद सुले ने कहा कि वह बीमार हैं, इसलिए नहीं आए हैं। इस पर शाह ने कहा, इसके लिए मैं कुछ नहीं कर सकता, मैं डॉक्टर नहीं हूं।
'कनपट्टी पर गन रखकर नहीं ला सकते बाहर'
टीवी चैनलों पर फारूक अब्दुल्ला द्वारा खुद के नजरबंद बताए जाने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद शशि थरूर ने भी इस मुद्दे को उठाया। गृहमंत्री ने एक बार फिर कहा, 'मैं तीन बार साफ कर चुका हूं, फिर से एक बार क्लियर करना चाहता हूं। फारूक अब्दुल्ला ना तो हिरासत में हैं ना नजरबंद हैं। अपने घर पर हैं। तबीयत भी अच्छी है। मौज मस्ती में हैं, आप मालूम कर लीजिए। उनको नहीं आना है तो हम गन कनपटी पर रखकर बाहर नहीं ला सकते हैं।'
चौथी बार भी किया स्पष्ट
कुछ ही देर बाद फिर विपक्ष ने फारूक अब्दुल्ला का मुद्दा उठाया तो अमित शाह ने कहा, 'मैं चौथी बार यह बता रहा हूं कि फारूक अब्दुल्ला ना तो नजरबंद हैं ना अरेस्ट किया गया है। सुबह जब यह मुद्दा उठा, मुझे मालूम था, लेकिन मैंने अपने कार्यालय में जाकर मुख्य सचिव और डीजीपी से बात करके रीकंफर्म किया और जिम्मेदारी के साथ सदन में बयान दिया। अधिरंजन जी, तबीयत ठीक नहीं होती तो छोड़ते नहीं हैं अस्पताल ले जाते। तबीयत ठीक नहीं होती तो वह बाहर नहीं आते। इसके बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि गृहमंत्री जी डॉक्टरों की एक और स्पेशल टीम भिजवा दीजिए उन्हें देखने के लिए।
महबूबा और उमर हिरासत में
गौरतलब है कि कश्मीर घाटी में सोमवार को बदले घटनाक्रम के बाद देर शाम पूर्व सीएम और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती, पूर्व सीएम एवं नैशनल कॉन्फ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला, पीपल्स कॉन्फ्रेंस के नेता सज्जाद लोन और इमरान अंसारी को हिरासत में ले लिया गया था। इन नेताओं को हिरासत में लिए जाने के बाद सभी को श्रीनगर के हरि निवास में ले जाया गया था। इन नेताओं तो हिरासत में लेने के बाद से ही यह कहा जा रहा था कि फारूक को उनके घर में नजरबंद किया गया है, जिसपर संसद में बयान देते हुए अमित शाह ने स्थिति स्पष्ट की।