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PM मोदी की विवेकानंद से तुलना पर भड़के अधीर रंजन चौधरी, संसद में खो बैठे आपा

Arun Mishra
5 Feb 2020 1:30 PM GMT
PM मोदी की विवेकानंद से तुलना पर भड़के अधीर रंजन चौधरी, संसद में खो बैठे आपा
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इस दौरान उन्होंने पीएम के लिए एक ऐसे शब्द का इस्तेमाल कर दिया, जिसे सदन की कार्यवाही से हटाना पड़ा.

कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने बुधवार को संसद के बजट सत्र के दौरान एक बार फिर लोकसभा में असंसदीय शब्द का इस्तेमाल किया. उन्होंने बीजेपी के एक सदस्य द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना स्वामी विवेकानंद से किए जाने पर आपत्ति जाहिर की. इस दौरान उन्होंने पीएम के लिए एक ऐसे शब्द का इस्तेमाल कर दिया, जिसे सदन की कार्यवाही से हटाना पड़ा.

अधीर रंजन चौधरी लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता हैं. उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद आध्यात्मिक युग में रहते थे, जबकि हम भौतिक युग में हैं. इसी दौरान उन्होंने एक ऐसे शब्द का इस्तेमाल कर दिया जिससे सदन में हंगामा होने लगा. इस पर अधीर रंजन की बीजेपी सांसदों से काफी देर तक नोकझोंक होती रही.

अधीर रंजन ने कहा कि मंगलवार को बीजेपी सदस्य सत्यपाल सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना स्वामी विवेकानंद से की थी जिनका नाम नरेंद्र नाथ दत्त था. उन्होंने कहा कि कोई किसी की तुलना किसी से भी कर सकता है, उसका अधिकार है लेकिन नरेंद्र नाथ दत्त (स्वामी विवेकानंद) आध्यात्मिक युग में थे और योगी थे जबकि आज हम भौतिक युग में हैं.

कांग्रेस सांसद ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर सदन में हो रही चर्चा में भाग लेते यह बात कही. इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उस शब्द को कार्यवाही से हटाने का निर्देश दिया. हालांकि चौधरी अपनी बात पर अड़े रहे और उन्होंने दोहराते हुए कहा कि हम सब भौतिक युग में रहते हैं.

गौरतलब है कि कांग्रेस की अगुवाई में विपक्ष ने केंद्र से नेशनल कांफ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला की हिरासत से रिहाई की मांग को लेकर लोकसभा से वॉकआउट किया. कांग्रेस के सदन के नेता अधीर रंजन चौधरी ने शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाया.

इसके बाद नेशनल कांफ्रेंस, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) सहित अन्य विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर विचार नहीं किए जाने पर नारेबाजी की और फिर सदन से वॉकआउट कर गए.

अब्दुल्ला बीते पांच अगस्त से हिरासत में है. केंद्र ने पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को रद्द कर दिया. यह अनुच्छेद पूर्व राज्य को विशेष दर्जा प्रदान करता था. केंद्र ने पूर्व राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया. अब्दुल्ला और जम्मू-कश्मीर के कई अन्य नेता अनुच्छेद 370 को रद्द करने के बाद से हिरासत में हैं.

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Sub-Editor of Special Coverage News

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