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शत्रुघ्न सिन्हा ने पीएम मोदी को गिनाईं उनकी चार गलतियां, बोले- 'आपके सलाहकारों का ज्ञान बहुत घटिया है'

Arun Mishra
12 May 2018 12:01 PM GMT
शत्रुघ्न सिन्हा ने पीएम मोदी को गिनाईं उनकी चार गलतियां, बोले- आपके सलाहकारों का ज्ञान बहुत घटिया है
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सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने पीएम मोदी के इतिहास ज्ञान पर सवाल उठाए हैं ?
नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बागी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने आज (12 मई) दूसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। इस बार उन्होंने पीएम के इतिहास ज्ञान पर सवाल उठाए हैं और तंज कसा है कि अक्सर पीएम अपने भाषणों में ऐतिहासिक प्रसंग का हवाला तो देते हैं पर अक्सर वो गलत तथ्य पेश कर जाते हैं।
शत्रुघ्न सिन्हा ने एक वीडियो भी शेयर किया है और लिखा है, डियर सर, आपने कहा कि किसी भी कांग्रेस नेता ने जेल में जाकर कैद भगत सिंह से मुलाकात नहीं की, जबकि सत्य यह है कि जवाहर लाल नेहरू ने 9 अगस्त, 1929 को जेल में जाकर भगत सिंह से मुलाकात की थी।
दूसरा वाकया पेश करते हुए बीजेपी सांसद ने लिखा है, आपने दो-दो बार (2013 और 2017) कहा कि तक्षशिला बिहार में है, जबकि सत्य यह है कि तक्षशिला पाकिस्तान में है और बिहार में नालंदा है।
कर्नाटक चुनाव प्रचार के दौरान पीएम के भाषण के अंश को तीसरे ट्वीट का आधार बनाते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने लिखा है, पीएम ने कहा कि नेहरू ने 1962 के भारत-चीन युद्ध के हीरो रहे जनरल करियप्पा को बेइज्जत किया था। जबकि सत्य यह है कि जनरल करियप्पा 1953 में ही रिटायर हो चुके थे और उसके 9 साल बाद भारत-चीन युद्ध हुआ था। उन्होंने लिखा है कि 1986 में तत्कालीन पीएम राजीव गांधी ने 14 जनवरी 1986 को जनरल करियप्पा को फील्ड मार्शल का उपाधि से सम्मानित किया था।



पीएम मोदी की चौथी गलती को उजागर करते हुए पटना साहिब के सांसद ने लिखा है, “सर, आप कहते हैं कि साल 1948 में आर्मी चीफ जनरल थिमैय्या भी तत्कालीन रक्षा मंत्री कृष्ण मेनन द्वारा बेइज्जत किए गए थे लेकिन हकीकत यह है कि उनका कार्यकाल 1957 से 1961 था। 1948 में रक्षा मंत्री बलदेव सिंह थे। इसके साथ ही शत्रुघ्न सिन्हा ने तंज कसा है सर आपके सलाहकारों का इतिहास ज्ञान बहुत घटिया है। कृपया उन्हें रास्ता दिखाइए। जय हिन्द।

बता दें आज ही शत्रुघ्न सिन्हा ने पीएम मोदी पर चर्नाटक के चुनाव प्रचार में घटिया भाषण देने और विकास की राजनीति से हटकर निचले स्तर की राजनीति करने का आरोप लगाया था और कहा था कि इस देश में कोई भी नामदार, कामदार, दमदार या औसत समझदार प्रधानमंत्री बन सकता है।
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