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कश्मीर दौरे से एनएसए डोभाल के लौटते ही भेजे गए 10 हजार अतिरिक्त जवान, महबूबा ने जताया विरोध
नई दिल्ली : राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल के कश्मीर दौरे से लौटते ही वहां 10 हजार अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजने के फैसला हुआ और कुछ जवान वहां पहुंचाए भी जा चुके हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि अतिरिक्त केंद्रीय बलों की तैनाती से कश्मीर में आतंकी नेटवर्क को ध्वस्त करने का अभियान मजबूत होगा। साथ ही, राज्य में कानून-व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाए रखने में मदद मिलेगी।
महबूबा का विरोध
वहीं, राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती केंद्र के इस फैसले का विरोध कर रही हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि केंद्र के फैसले ने घाटी में भय का वातावरण पैदा कर दिया है। उन्होंने लिखा, 'घाटी में अतिरिक्त 10 हजार जवान तैनात करने का केंद्र का फैसला लोगों के मन में भय पैदा कर रहा है। कश्मीर में सुरक्षा बलों की कोई कमी नहीं है। जम्मू-कश्मीर की समस्या राजनीतिक है जिसे सैन्य संसाधनों से नहीं सुलझाया जा सकता है। भारत सरकार को दोबारा सोचने और अपनी नीति बदलने की जरूरत है।'
Centre's decision to deploy additional 10,000 troops to the valley has created fear psychosis amongst people. There is no dearth of security forces in Kashmir. J&K is a political problem which won't be solved by military means. GOI needs to rethink & overhaul its policy.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) July 27, 2019
देशभर से एयरलिफ्ट किए जा रहे हैं जवान
सूत्रों के मुताबिक, देश के विभिन्न हिस्सों में तैनात केंद्रीय सुरक्षा बलों को एयरलिफ्ट कर सीधे कश्मीर पहुंचाया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि कश्मीर में सुरक्षा बलों की 100 और कंपनियां तैनात की जा रही हैं। हर कंपनी में 100 जवान होंगे। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 25 जुलाई को केंद्रीय सशस्त्र बलों की अतिरिक्त 100 कंपनियों की तैनाती का ऑर्डर जारी किया था। इन केंद्रीय बलों में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) शामिल हैं।