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बाप ने राम मंदिर का ताला खोला था तो क्या बेटा बनाएगा राम मंदिर?
राम मंदिर को लेकर पिछले काफी समय से बीजेपी चुनाव के दौरान प्रयोग करती आ रही है, जबकि राम मंदिर को लेकर बीजेपी ने आज तक कोई सटीक काम नहीं किया हाँ इतना जरुर किया कि इस मुद्दे को हवा देकर देश में एक हिन्दू मुस्लिम के बीच एक खाई जरुर खोदने का काम किया.
राम मंदिर का ताला तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने खुलवाया था. उसके बाद बीजेपी ने इस मुद्दे को कांग्रेस के हाथ से छीन लिया और हमेशा चुनाव से पहले इस बात को रंग दिया जाता है. इस बार लोंगों से वादा किया गया था कि अगर देश और प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी तो राम मंदिर का निर्माण जरुर किया जायेगा. इस मुद्दे पर आरएसएस और बीजेपी में तलवार खिंची तो विश्व हिन्दू परिषद से तो डॉ प्रवीन तोगड़िया को बाहर का रास्ता भी दिखा दिया. लेकिन मुद्दा जस का तस रहा. अब चूँकि लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा है तो मुद्दे पर फिर से रंग रोगन होना शुरू हो गया है.
बीजेपी रंग रोगन इसलिए कर रही है ताकि इस बार भी रामजी बीजेपी का बेडा पार कर दें और फिर जो होगा देखा जाएगा. लेकिन मेरा मानना है कि राम मंदिर का मुद्दा अब कांग्रेस सरकार बनने के बाद ही सुलझने की उम्मीद दिख रही है. कहीं यह बात न साबित हो कि बाप ने खोला ताला और बेटा बनाएगा मंदिर.