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बैंक अकाउंट बंद करने से पहले इन बातों का ध्यान रखें

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7 Nov 2019 5:27 AM GMT
बैंक अकाउंट बंद करने से पहले इन बातों का ध्यान रखें
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बैंक में सेविंग्स अकाउंट को एक्टिव रखने के लिए औसत तिमाही बैंलेस बनाए रखना पड़ता है. अगर आप अपने किसी बैंक अकाउंट का इस्तेमाल नहीं करते हैं तो उसे बंद करा देना ठीक रहेगा.

अकाउंट को डी-लिंक करें

बचत खाते को बंद करने से पहले आपके लिए यह देखना जरूरी है कि उस खाते से कोई निवेश या ट्रेडिंग अकाउंट तो लिंक नहीं है. आम तौर पर बैंक अकाउंट से निवेश, लोन, ट्रेडिंग, क्रेडिट कार्ड पेमेंट और बीमा से जुड़ा आपका पेमेंट लिंक होता है.

अगर आपके इस बैंक खाते से इस तरह का कोई दूसरा अकाउंट लिंक है तो पहले अपने दूसरे बैंक अकाउंट को इस तरह के पेमेंट से लिंक कर दें. अकाउंट बंद करते वक्त आपको डी-लिंकिंग अकाउंट फॉर्म भरना पड़ सकता है.

अकाउंट क्लोजर फॉर्म भरें

बैंक की शाखा में अकाउंट क्लोजर फॉर्म उपलब्ध होता है. आपको इस फॉर्म में अकाउंट बंद करने की वजह बताना होगा. अगर आपका अकाउंट ज्वाइंट अकाउंट है तो फॉर्म पर सभी खाताधारकों का हस्ताक्षर जरूरी है. आपको एक दूसरा फॉर्म भी भरना होगा. इसमें आपको उस अकाउंट की जानकारी देनी होगी, जिसमें आप बंद होने वाले अकाउंट में बचा पैसा ट्रांसफर कराना चाहते हैं. अकाउंट बंद कराने के लिए आपको बैंक की शाखा में खुद जाना पड़ेगा.

क्लोजर चार्ज भी लगता है?

खाता खोलने के 14 दिन के अंदर उसे बंद कराने पर बैंक किसी तरह का चार्ज नहीं वसूलते हैं. अगर आप खाता खोलने के 14 दिन बाद से लेकर एक साल पूरा होने से पहले उसे बंद कराते हैं तो आपको अकाउंट क्लोजर चार्ज देना पड़ सकता है. आम तौर पर एक साल से ज्यादा पुराने खाते को बंद कराने पर क्लोजर चार्ज नहीं लगता है.

अकाउंट में पैसा पड़ा है तो?

खाते में पड़े पैसा का भुगतान कैश (सिर्फ 20,000 रुपये तक) में हो सकता है. आपके पास इस पैसे को अपने दूसरे बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कराने का भी विकल्प है. इस बात का भी ध्यान रखें अगर आपके खाते में ज्यादा पैसा है तो क्लोजर प्रोसेस शुरू करने से पहले उसे दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर कर दें. अकाउंट का अंतिम स्टेटमेंट अपने पास रखे, जिसमें अकाउंट क्लोजर का जिक्र हो.

(यह लेख सेंटर फॉर इनवेस्टमेंट एजुकेश एंड लर्निंग (CIEL) से लिया गया है. इसमें गिरिजा गादरे, आरती भार्गव और लब्धि मेहता का योगदान है. इस लेख में व्यक्त विचार लेखक के अपने हैं. ईटी की सोच से इनका मेल खाना जरूरी नहीं है)

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