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नये दफ्तर से भाजपा सांसदों को क्या संदेश देंगे पीएम मोदी?

नये दफ्तर से भाजपा सांसदों को क्या संदेश देंगे पीएम मोदी?
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बीजेपी दफ्तर से पहली बार सांसदों से मुखातिब होंगें.
शुक्रवार शाम को भारतीय जनता पार्टी के सभी सांसदों को पार्टी दफ्तर बुलाया गया है. पार्टी संसदीय दल की बैठक इस दिन बीजेपी के नए दफ्तर 6 ए, दीनदयाल उपाध्याय मार्ग में होने जा रही है. हालांकि संसद के सत्र के दौरान बीजेपी संसदीय दल की बैठक हर मंगलवार को सुबह संसद की लाइब्रेरी बिल्डिंग या पार्लियामेंट एनेक्सी में होती रही है. लेकिन, इस हफ्ते मंगलवार को इस बैठक को स्थगित कर शुक्रवार शाम किया गया है.
नए दफ्तर से पार्टी के सभी सांसदों को जोड़ने की कोशिश कहें या फिर नए दफ्तर को दिखाने का बहना, बीजेपी के सभी सांसद इस दिन नए दफ्तर में रहेंगे. पार्टी का पता 11 अशोक रोड से बदलकर अब 6 ए दीनदयाल उपाध्याय मार्ग हो गया है. इस दौरान पार्टी के वो भी सांसद मौजूद रहेंगे जो हाल ही में राज्यसभा सांसद बने हैं. इस मीटिंग के बाद रात्रि भोज का भी आयोजन किया गया है.
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी मौजूद रहेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष का संबोधन काफी महत्वपूर्ण होगा. संसद का बजट सत्र 6 अप्रैल को खत्म हो रहा है. इसके बाद पार्टी के नेता कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तैयारियों में लग जाएंगे. फिर सामने इसी साल होने वाले मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा का भी चुनाव है. लोकसभा चुनाव में भी अब एक साल का ही वक्त बचा है. ऐसे में पार्टी आलाकमान की तरफ से पार्टी सांसदों को कुछ टिप्स दिए जा रहे हैं.
उपचनावों में बीजेपी की हार ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले से ही पार्टी के सांसदों को कई मौकों पर संसद सत्र खत्म होने के बाद सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार करने और जनता के बीच उसका संदेश देने को कहते रहे हैं. वो पिछले चार साल से ऐसा कहते आ रहे हैं. मोदी को लगता है कि सरकार की योजनाएं ठीक तरीके से जमीन पर उतरें और जनता के बीच यह संदेश जाए की केंद्र सरकार क्या काम कर रही है. यह काफी जरूरी है. अगर ऐसा होगा तो सरकार की भी वाहवाही होगी और सांसदों की साख भी बढ़ेगी.
इस बार बजट में भी सरकार की तरफ से किसानों को एमएसपी लागत मूल्य के डेढ़गुना करने के फैसले को सरकार काफी प्रचारित कर रही है. जबकि दस करोड़ परिवारों को 5 लाख तक का निशुल्क हेल्थ बीमा देने के फैसले को सरकार गेम चेंजर मान कर चल रही है. प्रधानमंत्री की कोशिश इन दोनों योजनाओं को ज्यादा से ज्यादा प्रचारित करने की रही है. इस काम में पार्टी सांसद बड़ा योगदान कर सकते हैं. इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर से इन योजनाओं के क्रियान्वयन और प्रचार-प्रसार को लेकर अपने सासंदों को नसीहत दे सकते हैं.
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