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शशि थरूर बोले, 'महात्मा गांधी को जिसने मारा वो RSS का था'
नई दिल्ली : शशि थरूर ने शुक्रवार को जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (जेएलएफ) में कहा कि महात्मा गांधी को जिसने मारा, वो आरएसएस का था. थरूर ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि पहली बार सरकार ऐसी आई है, जो लोगों को सोशली डिवाइड कर रही है, जो उचित नहीं है.
शशि थरूर ने अपने 'केटल क्लास' के बयान पर कहा कि वो उन्होंने मजाक में कहा था ना की किसी को नीचा दिखाने के लिए. लेकिन लोगों ने मुझे गलत समझा. यहां तक कि राजस्थान के मुख्यमंत्री ने मुझे इस्तीफा देने के लिए तक कह दिया. पॉलिटिक्स में आप क्या बोलते हैं, आपका इंटेन्शन क्या है, उससे कोई मतलब नहीं है. लोग खुद ही समझते हैं, जो वो सोचते हैं.
थरूर ने कहा कि 'हिंदुत्व' का मतलब है कि हम कोइग्जिस्ट करें. तुम मेरे सच को समझो और मैं तुम्हारे सच के साथ रहूं. लेकिन यह सरकार अपने आपको हिंदुत्व का एक समूह मानती है कि जो वो करें वही सही हिंदुत्व है. ये सही नहीं है.
उन्होंने कहा कि सबसे पहले दो नेशन की की बात सावरकर द्वारा ही की गई थी. जो चाहते थे कि हिंदू और मुस्लिमों के दो देश बनें. यह प्रस्ताव मुस्लिम लीग के पाकिस्तान रेजुलेशन पास होने से तीन साल पहले हिंदू महासभा में आया था. दीन दयाल उपाध्याय को मोदी अपना मेंटर मानते हैं, उन्होंने भी स्वीकार किया था कि मुस्लिमों के लिए अलग देश होना चाहिए.
कांग्रेस नेता ने गांधी और नेहरू पर बात करते हुए कहा कि आज जो सत्ता में हैं वो एक अलग राजनैतिक ट्रेडीशन के साथ आए हैं. पार्टिशन के वक्त कुछ मुस्लिम पाकिस्तान बनाना चाहते थे. वहीं, भारत में बहुत बड़ी संख्या में लोग जिन्होंने गांधी और नेहरू को फॉलो किया, वो चाहते थे कि हमारी पहचान धर्म से नहीं होनी चाहिए. सभी स्वतंत्र और देशप्रेमी होने चाहिए.
थरूर ने कहा कि मैं पढ़ाई में अच्छा था. उन सब्जेक्ट में भी फर्स्ट आता था, जिनकी मुझे परवाह नहीं थी. जिसके कारण मैने साइंस को छोड़कर ह्यूमेनिटी सब्जेक्ट चुना.