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प्रधानमंत्री जी भगवा भीड़ के पाशविक न्याय में मारे गये लोगों की बात भी की जाए?

Arun Mishra
1 Jun 2017 7:19 AM GMT
प्रधानमंत्री जी भगवा भीड़ के पाशविक न्याय में मारे गये लोगों की बात भी की जाए?
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प्रधानमंत्री जी ने कहा था कि यह देश संविधान से चलेगा, देश में संविधान की किताब की पवित्रता रामायण गीता कुरआन से अधिक है..?

हमारे देश में इस समय सांस्कृतिक छदम राष्ट्रवाद का उदय हो चुका है। देश में भगवा समर्थित नरेन्द्र मोदी की भाजपा सरकार का शासन है। देश की सडको पर भगवा आतंकियों की भीड़ पाशविक हिंसा का शिकार बनाकर किसी भी बेगुनाह देशवासी की जान ले सकती है। देश के भाजपा शासन वाले राज्यो में कानून के शासन पर भगवा गो सेवको की गुण्डागर्दी भारी पड रही है।

देश के प्रधानमंत्री के द्वारा समय समय पर काफी लच्छेदार दिल को छूने वाले मार्मिक शब्दों में देश की जनता को अपना संबोधन दिया है। प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह के अवसर पर एवं लाल किले की प्राचीर से दिए गये भाषण सुनकर हमारे जैसे अनके कलम घिस्सु उनके मुरीद बन गये थे। प्रधानमंत्री देश की जनता से मन की बात करते है परन्तु सदैव अपनी बात कहने वाले प्रधानमंत्री के पास जनता के दुखो की बाते सुनने का समय नही है।

देश में हजारो साल पुराना बैदिक मन्त्रो का 'क्षुद्र, गंवार, ढोल, पशु, नारी' ये सब ताडन के अधिकारी" मानने का सुनहरा काल वापस आ गया है। अब देश में दलित, अल्पसंख्यक वर्ग पर भाजपा के राम राज में अत्याचार करने का लाइसेंस भाजपा की भगवा ब्रिगेड के गुंडों को राज्य सरकारों की और से मिल गया है। हमारे देश के प्रधानमंत्री जी ने कहा था कि यह देश संविधान से चलेगा, देश में संविधान की किताब की पवित्रता रामायण गीता कुरआन से अधिक है, परन्तु देश और दुनिया देख रही है कि देश में भाजपा शासन की राज्य सरकारों में कानून के शासन की सर्वोपरियता को भाजपा के भगवा गुंडों की भीड़ ही भंग कर रही है।

देश की प्रत्येक राज्य सरकार का संवैधानिक कर्तव्य है कि राज्य सरकारे देश के प्रत्येक नागरिक के जान-माल की सुरक्षा करें। किसी भी नागरिक के घर से आग की लपटे नही दिखे, नागरिक की इज्जत, आबरू एवं उसके माल की सुरक्षा की गारंटी देश का संविधान देता है। देश में भाजपा के राम राज में संघ परिवार के पाले हुए भगवा कपड़ो वाले रावण जगह जगह सीताओ का चीरहरण कर रहे है। लोगो की जान-माल, इज्जत, आबरू सभी खतरे में दिखाई दे रही है। देश में भाजपा के शासन वाले राज्यों में संविधान प्रदत्त नागरिको के अधिकारों की रक्षा करने में भाजपा सरकारे पूर्णतया विफल साबित हो चुकी है।

कानून के शासन की अवधारणा पर भाजपा के भगवा आतंकी गुंडों की इच्छा भारी पड रही है। चुन-चुन कर देश में भाजपा शासन के राज्यों में दलित अल्पसंख्यक मारे जा रहे है, और हमारे प्रधानमंत्री जी रेडियों पर मन की बात कर रहे है। देश में बेगुनाह मरने वाले नागरिको के दुखी परिवारों की के दुःख की सुनने से ज्यादा देश के मीडिया व हमारे प्रधानमंत्री को अपनी सुनाने की पड़ी है। देश में झारखण्ड राज्य के जमशेदपुर, राजनगर, यूपी के गोंडा, सहारनपुर, गुजरात के उना, दादरी, पहलु खां काण्ड में हर जगह से अत्याचारी की पहचान भगवा ब्रिगेड की संघी मानसिकता के रूप में सामने आ रही है। जमशेदपुर व् राम नगर में मरने वाले दलित अल्पसंख्यक समुदाय के लोग थे जिन्हें सुनियोजित तरीके से भगवा आतंकियों के द्वारा मोत के घाट उतारा गया।

प्रधानमंत्री जी शायद स्वयं आपको भी याद नही होगा की आजतक आप देश में सो से ज्यादा योजनाओ की घोषणा कर चुके है। जब जब देश में कोई बड़ा दुखदायी काण्ड होता है तब आप व आपका सरकारी मीडिया देशवासियों का ध्यान इन घटनाओं से हटाने करने में लग जाते है । नए नए नारे नयी घोषणाओं को सामने लाकर दुखद घटनाओं से जनता का ध्यान बटाने का घृणित कार्य आपकी पार्टी व आपका समर्थक मीडिया जोर-शोर से करने में लग जाता है।

देश में आपकी अपनी भाजपा के नेताओ की लगाई नफरत की आग से गाँव शहर गली में हर कही भय का माहोल व्याप्त हो चूका है। दलित, राजपूतो व ब्राह्मणों से डरे मुसलमान हिन्दू से डरकर जीवन जीने लगे है आपके शासन के तीन वर्षो की ये भी एक बड़ी उपलब्धि है। किसी सुहागन के माथे से सुहाग का सिंदूर उजड़ रहा है, तो किसी मासूम के बचपन में ही उसे अनाथ बनाया जा रहा है । लोग पूरे जीवन में भरपूर मेहनत करने के बाद भी एक मकान नही बना पाते है, मगर आपकी योगी सरकार के भगवा शासन में दलितों की बस्तियों को दिन दहाड़े आग के हवाले कर दिया जाता है। जलती हुई इंसानों की बस्तियों मे फिर स्वर्ण वादी, भगवा आतंकी दलितों की बहन बेटियों की इज्जत तार तार करके कानून के शासन की होली गरीब के घर को आग लगाकर मनाते है।

प्रधानमंत्री जी फिर भी आप 'सबका साथ सबका विकास' करने का दावा करते है। देश में आज भगवा भीड़ के गुंडों की गुंडागर्दी के शिकार बने बेगुनाह देशवासियों को आपके शासन में न्याय मिलना दूभर हो गया है। देशवासियों से आज समान रूप से न्याय प्राप्त करने का हक़ छिना जा रहा है। समाज के कमजोर तबको के लिए न्याय पाने से ज्यादा उनकी हत्या करना आसान बन गया है। गोंडा में नमाज पढ़कर आने वाले मासूमो को अकारण भगवा गुण्डे मार देते है। गो हत्यारे जगह जगह रावण बनकर देश के कानून का चीरहरण कर रहे है हमे लगता है शायद यही आपकी सरकार का सबका साथ सबका विकास करने का तरीका है।

देशवासियों की और से हमारा आपसे सीधा सवाल है कि आपकी संवेदनाऐ अब तक क्यों बेगुनाह देशवासियों की हत्याओं पर मोन रहती है। शायद यहाँ आपका व आपकी सरकार का मोन रहना कही मोन मूक समर्थन तो नही है। आदरणीय आपने कहा था कि जब गाडी के पहिये के नीचे एक कुत्ते का पिल्ला भी आकर मर जाता है तो आप जैसे सभी मनुष्यों को पीड़ा होती है। सहारनपुर, जमशेदपुर राम नगर, गोंडा, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान के पहलु खां नीम का थाना सीकर जिले में हुए दलित बच्चियों के बलात्कार, नोखा का डेल्टा बलात्कार काण्ड किसी भी संवेदनशील इंसान की आँखों में पानी लाने के लिए प्रयाप्त है। राजस्थान के सीकर जिले के नीम का थाना कस्बे में बलात्कार पीड़ित दलित बच्चियों की रिपोर्ट दबंग राजपूत विधायक के दबाव से वहां की पुलिस दर्ज नही करती है।

ग्लानीवश बाद में दोनों बलात्कार पीड़ित बहने न्याय मिलने की आस टूटने पर ट्रेन के सामने आकर आत्महत्या कर लेती है। कितने ह्त्याकाण्ड के बाद आपकी संवेदना जागेगी ओर कितनी मासूमो के साथ ब्लात्कार करने की चीखे आपकी सरकार को जगाने के लिए चाहिए ? आपके भाषणों से मंत्र मुग्ध होकर आपकी सरकार से देश बदलने की आशा करने का लोभ हम जैसे हजारो लाखो लोगो को हो गया था परन्तु अब आपका शासन इस देश के निवासियों केलिए नए कष्टों का नया भार दिन प्रतिदिन ला रहा है। इस समय तक भी देशवासियों को आशाए है, शायद कुछ समय बाद देश का माहोल ठीक हो जाएगा इसलिए लोग आपकी पार्टी के संघी भगवा गुंडों के अत्याचारों का प्रतिकार नही कर रहे है।

देश के दलित अल्पसंख्यक वर्ग को आप व आपकी सरकारों से आशाए कतई नही है। देशवासियों को इस देश से प्यार है इसलिए वे अब भी अपने पुरखो के इस देश से आशाए बांधे हुए है। प्रधानमंत्री जी अब देश में दलितों का विश्वास आपकी पार्टी व आपकी सरकार से उठ रहा है। लोग स्वयं अपनी रक्षा के लिए भीम सेना बनाकर आपकी पार्टी समर्पित गुंडों के अत्याचार का बदला लेने के लिए उठ खड़े हो रहे है। देश की राजधानी दिल्ली के जंतर मंतर पर भीम सेना के युवक संघवाद से आजादी के नारे लगा रहे है। एक समय तक समाज में संघ के लोग भय बनाकर रख सकते है। अंत में वो समय भी आयेगा फारसी की कहावत अनुसार "तंग आमद ब जंग आमद" लोग रोज रोज की गुंडागर्दी की संघी अत्याचारी ताकतों से प्राणों की परवाह न करके इनका सामना करके इन्हें भी मारने को विवश हो जाएंगे।

शायद यह समय लाल कृष्ण आडवाणी की रथयात्रा के दौरान भी यह देश देख चूका है। आपकी सरकार की सियासी कड़ाई को गर्म करने के लिए हर बार इस देश में बेगुनाह देशवासियों को ही संघी इच्छानुसार क्यों इंधन बनकर जलना पड़ता है ? देश में अब संघ के नापाक सूत्रों के विरोध में उत्तर भारत बनाम दक्षिण भारत सीना तानकर खड़ा हो रहा है। हम जैसे सामान्य आदमी को इसकी भनक लग रही है तो फिर सरकार को भी खबर तो होगी, खबरे अखबारों में भी छप रही है।

इस देश को एकता के सूत्र में पिरोने वाले देश के महापुरुषों से प्रेरणा लेकर संघ आज तक कार्य नही कर पाया है। संघ के लोगो के आदर्श पुरुष गोरे अंग्रेज है। अंग्रेजो की फूटडालो और राज करो की नीति का अनुशरण करना आज भी संघ को प्रिय लगता है। आपके शासन में संघ के लोग बहुसंख्यक होने के साथ सरकार उनकी अपनी होने का दम्भ भी पाल बैठे है। शायद इसी कारण ये देशभर में बिना किसी कानून के भय के मनमानी करने पर उतारू हो रहे है। सबके लिए समान रूप से न्याय की उपलब्धता और सदाचार से ही समाज में शांति सदभाव बना रहता है।

अत्याचार करने से रावण, कौरव, कंस पैदा होते है फिर उनका देर सवेर अंत भी होता है। देश में दानवीकरण करने के सारे उपाय इसलिए संघ द्वारा किये जा रहे है कि देश की बड़ी आबादी के अधिकारो को कुचलकर उन्हें अपना दास बनाया जाए। संघ के रामराज की अवधारणा में देश के दलित, पिछड़ी जातियों के साथ देश के अल्पसंख्यक विधर्मियों के लिए कोई सम्मान जनक स्थान नही है।

देश की जनता के सामने अब सी संघ की विवादित सोच सामने आने लगी है तथा देश की दलित, पिछड़ी जाति, अल्पसंख्यक आबादी इसे पूर्ण रूप से समझने लगी है। इस कारण देश में नये नये जातीय समीकरण बन रहे है। देश की जनता में व्याप्त आशंकाओ का उत्तर प्रधानमन्त्री जी आपसे देश की जनता जनना चाहती है। आशा है जनता के सवालों पर भी आप कभी मन की बात की तरह खुलकर बात करेंगे।

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मो. हफीज, व्यूरो चीफ, राजस्थान

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