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जानिए कॉफी में मक्खन मिला के पीने के फायदे

Special Coverage News
3 July 2016 2:54 PM GMT
जानिए कॉफी में मक्खन  मिला के पीने के फायदे
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क्या आप जानते है कि चाय या कॉफी में बटर मिलाया जाए तो यह हमारे सेहत के लिए कितना फायदेमंद है। चौक गए न कि यह कैसी बात है। आपने खाने में तो बटर का यूज किया होगा, लेकिर पीने में नही। इस बारें में एक शोध किया गया। जिसके अनुसार इसके अनेक फायदे होते है।

कॉफ़ी में मक्खन ! वेसे तो यह सुनने में अजीब लगता है , लेकिन अंग्रेजो की यह बहुत पुरानी परम्परा है और इस को "Bulletproof coffee" के नाम से संबोधित किया जाता है | इस के लिए घास खाने वाली गायों से लिए गये दूध का मक्खन ज्यादा फायदेमंद होता है |
बटर काफ़ी बनाने का तरीका :
अगर आप बटर कॉफी पीना चाहते है तो उसे इस तरह बनाएं इसके लिए एक कप पानी गर्म करें और उसमें एक चम्मच कॉफी पाउडर डालकर उबालें। इसके बाद इसमें देशी गाय का मक्खन मिलाएं। इसे ब्लैंडर में डालें और 1 मिनट तक मिलाएं। अब बटर कॉफी बन कर तैयार है।
मक्खन कॉफ़ी के फायदे :-
दिल की बिमारिओं से बचाती है –
कियोंकि बटर अपने आप में एक वजन कम करने की औषधि है और एनर्जी देती है इस प्रकार यह हार्ट के लिए भी सही है। बटर को जब कॉफी में मिलाया जाता है तो इसमें 'विटामिन के' पैदा होता है जो कि दिल की बीमारियों से रक्षा करता है।

उर्जा प्रदान करती है-
जब आप कॉफी में बटर मिलाते हैं तो इससे कैटोन्स पैदा होता है जिससे एनर्जी मिलती है। ये कैटोन्स शरीर में तब पैदा होते हैं जब बॉडी कार्बोहाइड्रेट की बजाय फैट से एनर्जी पैदा करती है। यह एनर्जी ज्यादा लाभकारी है।

धमनियों को सफाई –
गाये के दूध से बने मक्खन में ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड होता है जो के शरीर के कोलेस्ट्रॉल स्तर को कंट्रोल करता है | ये अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा कर बुरे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मददगार है |

कब्ज़ से छुटकारा –
यदि कब्ज है तो भी आप इससे लाभ पा सकते हैं। कॉफी में बटर मिलाना कब्ज में भी फायदेमंद है क्यों कि इसमें मौजूद केमिकल कब्ज को दूर करते हैं।
दिमाग के लिए फायदेमंद –
इसका एक और स्वास्थ्य लाभ है कि इससे दिमाग सही कार्य करता है। यह आपके दिमाग को हैल्दी फैट प्रदान करता है जिससे शरीर में कोशिका झिल्ली और हार्मोन पैदा होते हैं जो कि शरीर के लिए स्वास्थ्यवर्धक हैं। यह मस्तिष्क के कार्य को उतेजित करने में मददगार है घास खाने वाली गाय (grass-fed cow) के दूध में butyrate नामक एसिड होता है | यह एसिड न्यूरोनल ऊतकों में सूजन और neurodegenerative रोगों पर अंकुश लगाने में मदद करता है|
शरीर की चर्बी को कम करता है –
घास खाने वाली गाय के दूध में ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड होने के कार्ण यह शरीर के कोलेस्ट्रॉल के स्तर को काबू करता है और शरीर की चर्बी को भी नियन्त्रण करता है |
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