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नई दिल्ली: पिछले एक दशक में वियाग्रा का इस्तेमाल तीन गुना बढ़ गया है. इतना ही नहीं, पिछले साल लगभग तीस लाख वियाग्रा की बिक्री हुई थी. जानिए, क्या है इसके पीछे की असल वजह.
लोग क्यों लेते है वियाग्रा
डॉक्टर्स के मुताबिक, आजकल की जनरेशन खूब पॉर्नोग्राफी देखती है जिसके बार वे खुद पर दबाव महसूस करते हैं. इसलिए वियाग्रा का ट्रीटमेंट पॉपुलर हो रहा है. इसीलिए डॉक्टर्स भी पुरुषों को वियाग्रा प्रिस्क्रिाइब कर रहे हैं. इसके इलावा डॉक्टर्स ये भी दावा करते हैं कि, वियाग्रा को लेकर समाज ज़्यादा अपमानित महसूस नहीं करता और यह सस्ता भी है.
क्या कहते हैं आंकड़े
नेशनल हेल्था सर्विस (NHS) के आंकडों के मुताबिक, 2006 से 2016 के बीच यानि 10 साल में वियाग्रा प्रिसक्रिप्शन की संख्या तकरीबन 16% बढ़ गई. NHS का अनुमान है कि लगभग 40 से 70 वर्ष की आयु के पुरुषों में से लगभग आधे पुरुषों को इरेक्शन में दिक्कतें आती हैं. 1998 में वियाग्रा को यह पुरुषों को हो रही इरेक्शन की दिक्कतों को ठीक करने के लिए डवलप किया गया था. लेकिन अब इसका मिसयूज़ हो रहा है.
सस्ती हो गई वियाग्रा
2013 में वियाग्रा जैसी दवाओं की कीमत घटा दी गई थी. जहां फाइज़र द्वारा निर्मित चार वियाग्रा गोलियों का एक पैकेट लगभग 1,800 रुपय का था वहीं 2014 तक उसी साल्ट से निर्मित दवा को चार सामान्य गोलियों का एक पैकेट सिर्फ 120 रुपय को हो गया था.
वियाग्रा लेने के कारण
वैज्ञानिकों ने पाया है कि हार्ट-अटैक होने के बाद जो लोग वियाग्रा लेते हैं उनके मरने की संभावना 33% से कम हो जाती है.वियाग्रा को पहली बार 1989 में ब्लड-प्रेशर की दवा के रूप में बनाया गया था.
ये ब्लड वैसल्स को शांत करने का काम करता था.
डॉक्टरों का मानना है कि अधिकत्तर पुरुष वियाग्रा को ज़्यादातर ऑनलाइन खरीद रहे हैं.
कई लोग वियाग्रा को इसलिए लेते हैं क्योंकि वे पोर्न देखने के बाद दबाव महसूस करते हैं.
कई लोगों ने वियाग्रा को शराब या ड्रग्स जैसे नशों के प्रभाव को बेअसर करने के लिए भी लिया.
वियाग्रा जिम में इस्तेमाल होने वाले स्टेरॉयड्स के समान है, आमतौर पर लोग इसे लेने में थोड़ा सा चिंतित होते हैं लेकिन इसके साइड इफेक्ट्स की वे परवाह नहीं करते.
हर साल ब्रिटेन में 10 लाख से अधिक लोगों द्वारा वियाग्रा ली जाती हैं. वियाग्रा लेने वाले अधिकत्तर लोगों की उम्र 50 साल के आसपास थी. लेकिन अब वियाग्रा लेने की तादाद युवा लोगों में अधिक बढ़ रही है.
नोट - ये रिसर्च के दावे पर हैं. स्पेशल कवरेज न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.
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