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अगस्त के अंत में होने वाली है मौत, बची जिंदगी के लिए किशोरी ने किया 'चियर्स'
Special Coverage News
25 July 2016 12:18 PM GMT
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विस्कॉन्सिन: लाइलाज जेनेटिक बीमारी स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी-2 से जूझ रही एक 14 साल की किशोरी जेरिका बॉलेन को हर दिन असहनीय दर्द झेलना पड़ता है। लेकिन अब जब दर्द सहने की उसकी क्षमता जवाब दे गई तो उसने स्वैच्छिक मौत का रास्ता चुना।
इसके बावजूद उसने इतने साल जिंदगी की खूबसूरती को देखा। इस किशोरी ने जिंदगी को थोड़ा और जीने के लिए शुक्रवार रात अपने सपनों की एक जोरदार पार्टी मनाई।
इस डांस पार्टी में जेरिका क्वीन की तरह सजकर आई। उसने जमकर जश्न मनाया। उसे 'प्रॉम क्वीन' के खिताब से भी नवाजा गया। उसकी पसंद का ताज भी पहनाया गया।
उसे हर दिन 12 घंटे वेंटिलेटर पर रहना होता है। अगस्त में उसकी इच्छा से वेंटिलेटर हटा दिया जाएगा जिससे बीमारी से उसकी मौत हो जाएगी। हो सकता है वह कुछ और दिन जी सके।
मां जेन बोलेन कहती हैं, इतना दर्द होने के बावजूद वो हमेशा खुश रहती है। वह इस दर्द के साथ बड़ी हुई। अब वह इतनी बड़ी है कि अपने फैसले खुद ले सके।
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