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राष्ट्रीय
भारत-रूस के बीच कुडनकुलम न्यूक्लियर प्लांट को लेकर बड़ी डील, पुतिन ने कहा, 'भारत मजबूत दोस्त'
Arun Mishra
1 Jun 2017 5:17 PM GMT
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Photo : twitter.com/narendramodi
India, Russia Sign Deal to Build 2 Units Of Kudankulam N-Plant
सेंट पीटर्सबर्ग : भारत और रूस के बीच हुई शिखर वार्ता में कुडनकुलम के दो परमाणु रिएक्टरों के निर्माण के लिए दोनों देशों के बीच समझौता हुआ है। इस सदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन ने बृहस्पतिवार को साझा घोषणापत्र जारी किया। भारत के लिए यह समझौता काफी अहम माना जा रहा है। तमिलनाडु के कुडनकुलम न्यूक्लियर प्लांट की यूनिट 5 और 6 का निर्माण करने में रूस मदद देगा। इनसे 1000 मेगावाट परमाणु बिजली पैदा होगी। समझौते पर खुशी जाहिर करते हुए मोदी ने कहा कि इससे भारत-रूस संबंध और मजबूत होंगे।
राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि दुनिया में कोई अन्य देश ऐसा नहीं है, जिसके साथ रूस का मिसाइल जैसे संवेदनशील क्षेत्र में इतना गहरा सहयोग है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जहां से भी आतंकवाद का खतरा आएगा, वह स्वीकार्य नहीं होगा। रूस आतंकवाद से लड़ाई में भारत को पूरा समर्थन करेगा। रूसी राष्ट्रपति ने आगे कहा कि रूस के पाकिस्तान के साथ किसी तरह के निकट सैन्य संबंध नहीं हैं। भारत के सभी हितों का रूस पूरा सम्मान करता है।
आतंकवाद के मसले में रूस और भारत के बयान में इशारों में पाकिस्तान की खिंचाई की गई है। किसी भी आधार पर आतंकवाद को वाजिब नहीं ठहराया जा सकता है। इसमें कोई दोहरा रवैया नहीं होना चाहिए। हम सभी देशों से अनुरोध करेंगे कि वे आतंकी नेटवर्कों, उनकी फाइनैंसिंग और आतंकवादियों के सीमा पर आने-जाने की पुरजोर कोशिश करें। आतंकवाद पर व्यापक अंतरराष्ट्रीय संधि के लिए बातचीत जल्द खत्म करने की भी वकालत की गई है।
संयुक्त बयान जारी किए जाने के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, '70 सालों से दोनों देशों के बीच मजबूत रक्षा संबंध है। भारत और रूस के बीच रक्षा सहयोग को अब नई दिशा दी जा रही है। आर्थिक संबंधों में तेजी लाना हमारा साझा उद्देश्य है।' प्रधानमंत्री ने कहा कि आपसी संबंधों को लेकर उनकी राष्ट्रपति पुतिन से विस्तार से बातचीत हुई है। उन्होंने कहा, 'संस्कृति से सुरक्षा तक हमारी भाषा समान है।'
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