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राष्ट्रीय
प्रधानमंत्री मोदी स्विट्जरलैंड पहुंचे, क्या वापस ला पाएंगे काला धन?
Special Coverage news
6 Jun 2016 5:45 AM GMT
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स्विट्जरलैंड: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी पांच देशों की यात्रा के तीसरे चरण में दुनिया के सबसे अहम टैक्स हैवन देश स्विट्जरलैंड पहुंच गए हैं। कार्यक्रम के अनुसार मोदी यहां स्विस राष्ट्रपति जोहान एन स्नेडर के साथ भारतीयों की काला धन पर नकेल कसने की मांग करेंगे।
स्विट्जरलैंड सरकार से 48 देशों वाले न्यूक्लियर सप्लाई ग्रुप में भारत की सदस्यता का समर्थन करने की मांग करेंगे। इसके बाद पीएम की भारत में निवेश को लेकर स्विस कारोबारियों के साथ बैठक भी करेंगे। पीएम सर्न के वैज्ञानिकों से भी मुलाकात करेंगे।
स्विट्जरलैंड तथा भारत के बीच द्विपक्षीय व्यापार वर्ष 2004 में 16 लाख डॉलर था जो 2011 में 45 लाख डॉलर हो गया है और इसमें व्यापार संतुलन स्विट्जरलैंड के पक्ष में है।
फिलहाल स्विट्जरलैंड में मौजूदा कानून वहां की सरकार को बैंकों की सूचना किसी अन्य देश को मुहैया कराने से प्रतिबंधित करता है, लेकिन बीते कुछ महीनों में स्विस सरकार ने कनाडा, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया समेत यूरोपीय देशों को इस कानून से अलग करने पर द्विपक्षीय समझौता किया है और इन देशों को टैक्स सम्बंधित जानकारी त्वरित रूप से मुहैया कराई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले अपने अमरीका दौरे पर स्विस के राष्ट्रपति से मुलाकात कर ऐसी ही डील भारत के साथ करने के लिए प्रस्ताव किया था और स्विट्जरलैंड राजी भी हो गया था। इसके बाद से ही दोनों देशों के सम्बंधित मंत्रालय इसे कारगर करने के काम में लगे हैं।
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