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जस्टिस सीएस कर्णन कोयम्बटूर से गिरफ्तार, कई दिनों से थी पुलिस को तलाश
रिटायर्ड जस्टिस कर्णन को तमिलनाडु से गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्हें सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद गिरफ्तार किया गया। कर्णन की गिरफ्तारी की पुष्टि उनके वकील पीटर रमेश ने की है। जस्टिस कर्णन को तमिलनाडु के कोयम्बटूर से गिरफ्तार किया गया है।
कर्णन को भारत के प्रधान न्यायाधीश समेत शीर्ष न्यायालय के न्यायाधीशों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के मामले में अवमानना का दोषी ठहराया गया है। सजा दिए जाने के बाद से ही जस्टिस कर्णन लापता थे। कोर्ट से गिरफ्तारी के आदेश के बाद पश्चिम बंगाल से एक टीम कर्णन के होमटाउन चेन्नई भेजी गई थी, लेकिन वह नहीं मिल पाए।
गिरफ्तारी से पहले जस्टिस कर्णन आखिरी बार चैन्नई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में देखे गए थे।सुप्रीम कोर्ट ने 9 मई को जस्टिस कर्णन को 6 महीने की सजा सुनाई थी, इसके बाद से ही 62 साल के जस्टिस कर्णन फरार थे। गिरफ्तारी के बाद तमिलनाडु पुलिस उन्हें चेन्नई लेकर गई है।
बता दें कि चीफ जस्टिस जगदीश सिंह खेहर की अध्यक्षता वाली सात जजों की एक बेंच ने जस्टिस कर्णन को सुप्रीम कोर्ट की अवमानना का दोषी पाया था। इस फैसले के खिलाफ जस्टिस कर्णन ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की और 6 महीने की जेल की सजा को स्थगित करने की मांग की साथ ही अदालत के फैसले की समीक्षा की मांग की। लेकिन उनकी याचिका को तकनीकी आधार पर खारिज कर दिया गया।
अगर पश्चिम बंगाल पुलिस जस्टिस कर्णन को उसी समय गिरफ्तार कर लेती तो हाईकोर्ट के जज को सेवा काल में ही गिरफ्तार करने और जेल भेजे जाने का इतिहास बन जाता। जस्टिस कर्णन ने राष्ट्रपति से भी मुलाकात का वक्त मांगा था, लेकिन उनकी ये अपील भी नहीं सुनी गई।