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Archived
मैं बलि का बकरा नहीं, करूंगी मुकाबला: मीरा कुमार
Special Coverage News
2 July 2017 6:48 AM GMT
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राष्ट्रपति पद उम्मीदवार मीरा कुमार ने देश के शीर्ष पद को दो दलितों के बीच मुकाबला करार देने को शर्मनाक करार दिया है।
नई दिल्ली: विपक्ष की राष्ट्रपति पद उम्मीदवार मीरा कुमार ने देश के शीर्ष पद को दो दलितों के बीच मुकाबला करार देने को शर्मनाक करार दिया है। उन्होंने कहा, इससे पता चलता है कि उच्च शिक्षित वर्ग भी जातिवादी मानसिकता से अब तक उबर नहीं पाया है। मीरा कुमार ने कहा, कांग्रेस और जदयू विधायकों से अपने पक्ष में मतदान करने की अपील करने के बेंगलुरु में पत्रकारों से कहा, इस तरह की बहस होना शर्मनाक है। मैं बहुत चिंतित हूं कि ऐसा क्यों हो रहा है। लेकिन ऐसी बहस से स्पष्ट हो गया है कि 2017 में जब देश आधुनिक काल में प्रवेश कर चुका है, तब भी लोगों की सोच कैसी है।
पूर्व लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, इस तरह के सवाल इससे पहले के राष्ट्रपति चुनावों में क्यों नहीं उठे, जब उच्च समुदायों के लोग उम्मीदवार थे। उन्होंने कहा, इससे पहले लोग राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की जाति के बारे में चर्चा नहीं करते थे। उम्मीदवार के चरित्र,अनुभव, योग्यता आदि की चर्चा की जाती थी। लेकिन जब मैं और रामनाथ कोविद चुनाव के लिए खड़े हुए, तो जाति को लेकर बहस शुरू हो गई। इसके अलावा कोई अन्य बातों की चर्चा नहीं करता। राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार ने कहा, यह बहुत दुखद और शर्मनाक है कि देश के सर्वाधिक प्रतिष्ठित चुनाव का दलितीकरण कर दिया गया है। देश को सोच से बाहर निकलना चाहिए।
मीरा कुमार ने कर्नाटक के कांग्रेस और जनता दल सेकुलर के विधायकों से समर्थन की अपील करने के बाद शनिवार शाम को तमिलनाडु पहुंची। चेन्नई पहुंचने के बाद उन्होंने राज्य के सभी विधायकों एवं सांसदों से वैचारिक लड़ाई में उनका समर्थन करने की अपील की। रविवार को वह केरल का दौरा कर यहां के विधायकों और सांसदों से समर्थन मागेंगी।
मीरा कुमार ने शनिवार को जोर देकर कहा कि राष्ट्रपति पद के लिए आगामी चुनाव में वह बलि का बकरा नहीं हैं, क्योंकि वह एक विचारधारा के लिए मुकाबला कर रही हैं। उन्होंने कहा, कोई भी जो किसी विचारधारा के लिए मुकाबला कर रहा हो और अंतररात्मा की आवाज पर मतदान करने की अपील कर रहा हो, वह बलि का बकरा नहीं हो सकता। मैं मुकाबला करूंगी और मैं आश्वस्त हूं कि इस मुकाबले में कई लोग मेरे साथ आएंगे।
राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविद को शनिवार को पुडुचेरी के एक एकमात्र सांसद के समर्थन का भरोसा मिला। चेन्नई के एक होटल में कोविंद ने ऑल इंडिया एन आर कांग्रेस प्रमुख एन रंगासामी और उनकी पार्टी के विधायकों से मुलाकात की। तमिलनाडु भाजपा इकाई के मुताबिक इस बैठक में पुडुचेरी के लोकसभा सदस्य राधाकृष्णन भी मौजूद और उन्होंने कोविद को समर्थन का भरोसा दिया।
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