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वेंकैया नायडू बने भारत के 15वें उपराष्ट्रपति, देश के तीनों सर्वोच्च पदों पर BJP का कब्ज़ा

Special Coverage News
5 Aug 2017 1:45 PM GMT
वेंकैया नायडू बने भारत के 15वें उपराष्ट्रपति, देश के तीनों सर्वोच्च पदों पर BJP का कब्ज़ा
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नई दिल्ली : उपराष्ट्रपति पद के लिए वोटों की गिनती समाप्त हो चुकी है। NDA की ओर से वेंकैया नायडू उपराष्ट्रपति चुनाव जीत चुके है। वेंकैया नायडू भारत के 15वें उपराष्ट्रपति होंगे। वेंकैया नायडू गोपालकृष्‍ण गांधी से दोगुने वोट की बढ़त के साथ जीते है।

उपराष्ट्रपति चुनाव में NDA की ओर से उम्मीदवार वेंकैया नायडू को 516 वोट मिले। वहीं विपक्ष की ओर से उम्मीदवार गांधीजी के पौत्र गोपालकृष्ण गांधी को 244 वोट मिले है।

वोटिंग समाप्त होने तक उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए 98% मतदान हुआ था। उपराष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सभी सदस्य वोट करते हैं। कुल वोटों की संख्या 790 हैं। मतदान आज सुबह 10 बजे से शुरू हुआ था जोकि शाम 5 बजे तक चला।

उपराष्ट्रपति चुनाव में 785 वोट में से कुल 771 वोट पड़े, इसमें से 11 वोट अवैध घोषित किए गये। वहीं इस चुनाव में 14 सांसद अनुपस्थित रहे। जिनमे BJP के दो सांसद, कांग्रेस के दो सांसद, आइयूएमएल के दो सांसद, टीएमसी के चार सांसद और एनसीपी व पीएमके के एक-एक सांसद व दो निर्दलीय सांसद शामिल हैं।

उपराष्ट्रपति चुनाव की जीत के साथ देश के तीनों सर्वोच्च पदों पर BJP का कब्ज़ा हो गया है। ऐसा पहली बार हुआ है की देश में प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के पद पर NDA का कब्ज़ा है।

उपराष्ट्रपति चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले मतदान किया था। NDA की ओर से उम्मीदवार वेंकैया नायडू, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मुख्‍यमंत्री मनोहर पर्रिकर, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने वोट डाला। इसके अलावा राज्‍यसभा सांसद सचिन तेंदुलकर और बीजेपी की लोकसभा सदस्‍य हेमा मालिनी ने भी वोट डाला।

कांग्रेस उपाध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी आैर पूर्व प्रधानमंत्री डाॅ मनमोहन सिंह भी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग करने पहुंचे। उनके साथ गोपाल कृष्‍ण गांधी भी आए। लेकिन गोपाल कृष्‍ण गांधी वोट नहीं दे सकते क्‍योंकि वह किसी भी सदन के सदस्‍य नहीं है। इस वोटिंग में महिला सांसदों ने भी पूरा उत्साह दिखाया।

बता दें कि उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में पहली बार नोटा का इस्तेमाल किया गया। इस चुनाव में बैलट पेपर पर कोई चुनाव चिन्‍ह नहीं होता बल्कि उम्‍मीदवारों के नाम होते हैं। एक विशेष पेन के इंक का ही वोटिंग के लिए इस्‍तेमाल होता है।

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