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बीजेपी ने किया सिध्द कि दलितों की नेता है मायावती
लखनऊ
एक पत्रकार राजीव प्रताप सैनी ने अपनी फेसबुक पर कल की घटना को कुछ यूँ किया बयान माना बीजेपी हार गयी बसपा से पहले ही चुनाव तो बाद में लड़ेगी. लेकिन इस हार का बीजेपी को बड़ा खामियाजा उठाना पड़ेगा.
"Bjp ने बैकफुट पर आकर खुद ही सिद्ध कर दिया कि सारे दलित मायावती के जर खरीद गुलाम है...
और देश में माया की पुजारिन मायावती ही दलितों की एकमात्र नेता है ...
लखनऊ में माया के गुंडे आज भाजपा की झंडे लगी गाडियों से महिलाओ और लडकियों को निचे उतार उनको उससे भी ज्यादा तेल डाल रहे है जितना दयाशंकर सिंह ने मायावती को डाला था ...
पर हम नैतिकता वादी संस्कारी पार्टी से बंधे है इसलिए चुप रहेंगे . .भले हमारे नेताओ और कार्यकर्ताओ की भू बेटियो को बसपाई कितनी भी सड़ी गली गालियों से क्यों ना नवाज दे ...
बसपा ,कांग्रेस और सपा सहित सभी दलों से एक सवाल कि गाली तो गाली है कोई किसी के पेटीकोट के नाड़े पर हाथ डाले या किसी के गिरेवान पर ....
सपा के गुंडों ने जब बहनजी अंतर्वस्त्रो तक हाथ पहुँचाया तो बचाने वाली भाजपा थी ...पर बसपा ने आज तक सपा के किसी मकोड़े की टांग तक नही तोडी ...
फिर कल भाजपा ने नैतिकता दिखाई दयाशंकर सिंह को पद से हटाया ...पार्टी से निकला ...और बसपा चाहती है उसकी फांसी हो जाए ..
फिर तो पैमाना सबके लिए बराबर होना चाहिए या केवल दलितों ओर मुसलमानों को ज्यादा इज्जत लटक रही है ...
देश के हिन्दुओ के सबसे बड़े नेता मोदी जी को जब सोनिया खून का सोदागर कहती है तो उसकी क्या सजा होनी चाहिए ....
राहुल गांधी आरएसएस को गाँधी का हत्यारा बताता है तो उसकी क्या सजा होनी चाहिए ...
नही है ना दम किसी पार्टी में नैतिकता दिखाने का क्योकी बहुसंख्यको हिन्दुओ के सम्मान की देश में कोई कीमत नही है ...