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डिप्टी CM केशव मौर्य के गृह क्षेत्र में लगा सरकारी अस्पताल में महिला डाक्टर पर पैसे लेने का आरोप
Vikas Kumar
23 Jun 2017 8:30 AM GMT
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कौशाम्बी : स्वास्थ विभाग के बड़े बड़े दावों के बावजूद किसी प्रकार का सुधार नज़र नहीं आ रहा है या यू कहे की खुद स्वास्थ विभाग के लोग ही सुधरने का नाम नहीं ले रहे खुल्लम खुल्ला मनमर्जी दिखाता यह स्वास्थ विभाग का स्टाफ किसी से नहीं डरता और न ही यह विभाग किसी के आदेश या जान की परवाह है वह सिर्फ अपना फायदा सोचता है भले ही किसी की जान पर बनी हो।
ये ताज़ा मामला डिप्टी सीएम के केशव मौर्य के गृह क्षेत्र में सीएचसी इस्माइलपुर का है जहाँ मरीजोें से खुलेआम वसूली हो रही है। शीतलाधाम कड़ा निवासी सरिता देवी पत्नी नीरज कुमार को ब्लीडिंग हो रही थी। बुधवार को पति उसे अपने साथ लेकर इस्माइलपुर सीएचसी पहुंचा। तो वहां संविदा पर तैनात महिला चिकित्सक प्रतिभा गुप्ता ने सरिता के इलाज के लिए पति से सीधे सीधे तीन हजार रुपये मांगे।
तो मरीज़ के पति नीरज कुमार ने डाक्टर की मिन्नते भी की वह मजदूर है और उसके पास इतने पैसे नहीं, फिर भी अंत में किसी तरह दो हजार रुपये पर मामला तय हुवा और इलाज करने के बाद दवा के नाम पर उससे 24 सौ रुपये और लेते हुए 15 दिन बाद फिर आने को कहा। मरीज़ के पति नीरज कुमार ने इसकी शिकायत सीएमओ से की तो उनका पुराना हथियार की जांच करा कर कारवाही की जाएगी। जांच सीएचसी अधीक्षक डॉ. सत्य सिंह को सौंप दिया है।
इससे पहले भी महिला चिकित्सक के खिलाफ दर्जनों शिकायतें हो चुकी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। और न ही अबतक कोई जांच सवाल यह है की विभाग किजांच विभाग द्वारा कैसे हो गी अपने ही स्टाफ के खिलाफ कोई कर्मचारी कैसी जांच करेगा आखिर पानी में रह कर मगरमछ से बैर सोचने का विषय यह है कि जब सूबे के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के गृह क्षेत्र में सरकारी कर्मचारी (डाक्टरों) का यह हाल है और इतने निडर है तो प्रदेश की क्या स्थिथि क्या होगी।
इस बाबत जब पत्रकारों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी कौशाम्बी एसके उपाध्याय से बात की गयी तो वह फोन पर ही झुंझला गए और यह कहते हुवे फोन काट दिया की मै पत्रकारों की बात का जवाब नहीं देता पीड़ित के पति ने बताया की यदि डाक्टर पर कारवाही नहीं हुई तो वह इसकी शिकायत डिप्टी सीएम के केशव मौर्य से करेगा।
रिपोर्ट : नितिन अग्रहरि
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