लखनऊ: कल हुए 15 जिलों की 73 विधानसभा में चुनाव में वोटरों ने सभी दलों को चौंकाते हुए अपना वोट डाला. अगर छिटपुट घटनाओं को नजर अंदाज कर दें तो पहली बार पहला चरण इतना शांतिपूर्ण संपन्न कराने की चुनौती स्वीकार कर प्रसाशन ने फिर साबित कर दिखाया कि अगर सब कुछ ठीक चले तो हम सब सम्भाल लेंगे.
73 विधानसभा में हुए चुनाव में जो जानकारी मिल रही है उससे तो यही लग रहा है कि अगर जाट वोटर ने नल का पानी पिया है, तो कमल निश्चित ही कुम्हला जायेगा. और इसका असर सभी दलों पर पड़ेगा, साइकिल और हाथी भी अनदेखे नहीं रहेंगे. चुनावी समीकरण ऐसे भिड़े है कि सभी सर्वे के रुझान फेल होते नजर आ रहे है. नेताओं की धडकन बढ़ रही है वोटर बेहद ख़ामोशी से मताधिकार का प्रयोग कर रहा है.
मुलायम के गढ़ में साईकिल भी रुककर चलने का अंदेशा लगाया जा रहा है. तो आगरा में हाथी खूब दौड़ा है इस तरह के संकेत मिल रहे है. पश्चिम में साईकिल की स्पीड हाथ के साथ कुछ बढ़ी नजर जरुर आई है. पिछले इतिहास पर अगर सभी दौराहते है तो गठवंधन भारी पढ़ता नजर आ रहा है.