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प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार के स्किल इंडिया मिशन को लेकर कही बड़ी बात
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को मोदी सरकार के स्किल इंडिया मिशन को पूरी तरह विफल करार देते हुए कहा कि सरकार ने इसका प्रचार-प्रसार तो खूब किया लेकिन इससे किसी को रोजगार हासिल नहीं हुआ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने रविवार को अपने ट्विटर अकाउंट पर एक मीडिया रिपोर्ट को साझा किया, जिसमें दावा किया गया कि मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) के तहत प्रशिक्षित लगभग 72 लाख लोगों में से 15.23 लाख (21 प्रतिशत) को प्लेसमेंट मिला।
प्रियंका ने ट्वीट में लिखा, खोदा पहाड़ और निकली चुहिया! जोर-जोर से ढोल पीट कर चलाए गए स्किल इंडिया कार्यक्रम का ये हाल है। उत्तर प्रदेश में ट्रेनिंग 10 लाख लोगों को दे दी लेकिन नौकरी केवल दो लाख लोगों को ही मिली। सरकार की इस पर जुबान खुलेगी।
बतादें कि स्किल इंडिया का उद्देश्य है कि कुशल कामगार तैयार करने और युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्किल इंडिया की शुरुआत 15 जुलाई, 2015 को अंतराष्ट्रीय कौशल दिवस पर की। मिशन का लक्ष्य 2022 तक देश में विभिन्न कौशल में 40 करोड़ से अधिक लोगों को प्रशिक्षित करना है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के युवाओं की प्रतिभाओं के लिए विकास के अवसर प्रदान करना है ताकि उन्हें रोजगार मिल सके इसके साथ ही उद्यमिता में सुधार हो सके। मोदी सरकार की स्किल इंडिया योजना के तहत सभी व्यापारियों को ट्रेन्ड किया जाएगा।
भारत सरकार की कौशल भारत योजना सरकार के सबसे बड़े प्रोजेक्ट में से एक है जिसमें भारतीय समाज, लोकल और विदेशी कंपनियां सरकार भी शामिल हैं। इसके साथ ही स्किल इंडिया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट भी है। स्किल इंडिया प्रोग्राम के तहत भारत सरकार के करीब सभी मंत्रालाय शामिल किए गए हैं जिससे दुनिया में सबसे बड़ी जनशक्ति को प्रशिक्षित करने में मद्द मिलेगी।