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राष्ट्रीय
रोहिंग्या मुसलमानों के 'समर्थन' पर घिरे वरुण गांधी, केंद्रीय मंत्री अहीर ने देशभक्ति पर उठाए सवाल!
Arun Mishra
26 Sep 2017 2:34 PM GMT
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BJP सांसद वरुण गांधी ने रोहिंग्या मसले पर मोदी सरकार को अतिथि देवो भव: की परंपरा याद दिलाई है। वरुण ने एक लेख में कहा कि भारत को रोहिंग्या की मदद करनी चाहिए।
नई दिल्ली : सुल्तानपुर से भारतीय जनता पार्टी सांसद वरुण गांधी ने रोहिंग्या मसले पर मोदी सरकार को अतिथि देवो भव: की परंपरा याद दिलाई है। वरुण ने एक लेख में कहा कि भारत को रोहिंग्या की मदद करनी चाहिए।
वरुण के रुख पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी नेता और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने उनकी आलोचना करते हुए उनकी देशभक्ति पर ही सवाल खड़े कर दिए। वरुण के रुख की आलोचना करते हुए अहीर ने कहा, ''जो देश के हित में सोचेगा वो इस तरह का बयान नहीं देगा।''
दरअसल एक हिन्दी अखबार में प्रकाशित अपने लेख में वरुण ने लिखा है कि हमें म्यांमार रोहिंग्या को शरण देनी चाहिए, लेकिन उससे पहले वैध सुरक्षा चिंताओं का आकलन भी करना चाहिए।
My recent piece focused primarily on defining India's asylum policy, with clear demarcations on how we would accept refugees.
— Varun Gandhi (@varungandhi80) September 26, 2017
गौरतलब है कि वरुण का यह स्टैंड सरकार के रुख से बिल्कुल अलग है। केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट में अपने हलफनामे में रोहिंग्या मुस्लिमों को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बता चुके हैं।
हंसराज अहीर के बयान के बाद वरुण ने ट्वीट किया कि उनका आलेख मुख्यरूप से भारत की शरण देने की नीति को परिभाषित करने पर केन्द्रित था जिसमें इस बात को स्पष्टरूप से रेखांकित किया गया कि हम किस तरीके से शरणाथियों को स्वीकार करेंगे।
As for the Rohingyas, I've called for empathy, leading potentially to asylum, while vetting each applicant for national security concerns.
— Varun Gandhi (@varungandhi80) September 26, 2017
वरुण ने लिखा कि हमें शांतिपूर्ण उपायों से अपनी शक्ति का इस्तेमाल करते हुए उन्हें स्वेच्छा से घर वापसी में मदद करनी चाहिए। आतिथ्य सत्कार और शरण देने की अपनी परंपरा का पालन करते हुए हमें शरण देना निश्चित रूप से जारी रखना चाहिए।
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