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फोन साइलेंट कर बीजेपी दफ्तर में टहलते रहे नेता, कहा मैं क्यों शपथ लूँ?
लोकसभा चुनाव में बीजेपी और एनडीए की एकतरफा जीत के बाद बीजेपी के आलाकमान को जीते हुए 353 सांसदों में से किन्हीं 58 को चुनना था. ऐसे वक्त में सभी नेता अपने अपने फ़ोन पर टकटकी लगाए बैठे थे लेकिन एक नेता ऐसे भी थे जिन्होंने अमित शाह का फ़ोन ही नहीं उठाया.
आलाकमान ने कई बार फोन किया पर उन्होंने फोन नहीं उठाया. यह थोड़ा कौतूहल भरा है कि जब देश के आधे से ज्यादा नेता अपने फोन पर टकटकी लगाए बैठे थे तो उसी वक्त ये कौन से नेता थे, जो फोन ही नहीं उठा रहे थे. इसका भेद खुला काफी वक्त बाद जब उन्होंने फोन उठाया. उनके फोन उठाने के बाद उनसे हल्के विफरे अंदाज में पूछा गया कि वे फोन क्यों नहीं उठा रहे थे.
इसके जवाब में उन्होंने बताया कि चुनाव जीतने के बाद से बधाई वाले बहुत से फोन आ रहे थे. बार-बरा फोन की घंटी बजने से वे परेशान थे. इसलिए फोन को साइलेंट कर दिया था. इतना ही नहीं साइलेंट करने के बाद उन्होंने फोन को अपने झोले में डाल दिया और इसके बीजेपी दफ्तर में ही इधर-उधर टहल रहे थे. हालांकि इससे भी ज्यादा मजेदार बात तब हुई जब उनको शपथ लेने की बात कही गई.
असल में पीएमओ के फोन के बाद उन्हें बीजेपी अध्यक्ष का फोन आया. उन्होंने इस नेता से धर्मेंद्र प्रधान के साथ आने को कहा और बताया कि शपथ लेने आना है. यह बात नेता समझ नहीं पाए. उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष से पूछा, मैं क्यों शपथ लूं? इसके बाद बीजेपी अध्यक्ष ने उन्हें समझाते हुए कहा कि उन्हीं को शपथ लेनी है. वे आ जाएं. बस इसी के बाद ये नेता मंत्री बन गए. इनका नाम है प्रताप चंद्र सारंगी. उन्होंने ओडिशा की बालासोर सीट से चुनाव जीता है. उन्हें सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय में राज्य मंत्री, पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन मंत्रालय में राज्य मंत्री का दायित्व सौंपा गया है.