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राहुल से आखिर क्यों डरे पीएम मोदी, जो राहुल ने चाहा वही किया काम उन्होंने !
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर बार पिछड़ते क्यों नजर आते है. अगर सिर्फ प्रचार प्रसार की बात छोड़ दो तो बीजेपी देश की अन्य पार्टियों और नेताओं के मुकाबिल कहीं नहीं टिकती है.
राहुल ने जब मंच से खुलेआम कहा कि अगर में कुछ गलत कहता हूँ तो आपकी सरकार है हमें जेल भेज दो. उसके बाद पीएम ने नारा दिया कि यह पूरा परिवार जमानत पर है ये भी अपने को इमानदार होने का खेल खेल रहे है. जबकि इनके अंदर भ्रष्टाचार की जड़ें समाहित है.
उसके बाद राहुल एन नया नारा चौकीदार चोर है दिया जिसका जबाब पीएम मोदी जब नहीं दे सके तो इसकी काट में सभी भाजपा नेता चौकीदार बन गए ताकि इस राहुल के नारे की धार कमजोर की जा सके.
उसके बाद राहुल ने कहा कि पीएम मोदी में अगर ताकत है तो मीडिया का सामना करें तो एक एक करके सभी बड़े चैनलों पर पीएम मोदी का इंटरव्यू सामने आया उसके बाद भी राहुल कहते रहे कि पीएम मोदी मेरा सामना करें और मेरे सवालों का जबाब दें.
उसके बाद राहुल गाँधी ने भीड़ में मुखातिब होकर अपना इंटरव्यू देना शुरू किया जो भी मिला उस चैनल को दिया तो आज यह न्यूज 18 की तस्वीर देखकर लगा कि वाकई मोदी राहुल को फोलो कर रहे है जैसा वो कर रहे है वैसा ही पीएम मोदी कर रहे है.
जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उन्हें पप्पू भी मंच से बता चुके है और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह तो राहुल को हमेशा राउल बाबा कहकर मजाक उड़ाते है. आखिर मजाक के पात्र बने राहुल ही पीएम मोदी को और अमित शाह को क्यों दिखाई देते है?
देश में किसान की बात कौन करेगा? देश में रोजगार की बात कौन करेगा? देश में मजलूम की आवाज कौन बनेगा? देश में एकता का प्रतीक कौन बनेगा? कानून व्यवस्था कैसे सुद्र्ण होगी? शिक्षा की गुणवत्ता कैसे सुधरेगी? स्वास्थ्य की बात कब होगी? क्या इन सब पर भी राहुल या मोदी कभी बोलेंगे या फिर आपस में गोलमाल करके जनता को बेबकुफ़ बनाने का खेल यूँ ही निरंतर चलता रहेगा और अगली बार कहा जाएगा अब 75 साल में भी देश में कुछ विकास नहीं हुआ है.