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अब सांसद नहीं रहे आडवाणी, जोशी और सुषमा के सामने आई एक और सबसे बड़ी मुश्किल!
बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, सुषमा स्वराज और उमा भारती ने इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था. ये चारों ही नेता अब संसद सदस्य नहीं हैं जिस कारण इन्हें सरकारी बंगला खाली करना पड़ सकता है.
चुनाव हारने वाले अथवा चुनाव न लड़ने वाले सदस्यों को चुनाव नतीजे आने के एक महीने के अंदर बंगला खाली करना होता है. कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और तृणमूल नेता सुगतो बोस समेत चुनाव हारने वाले कई नेता बंगला खाली कर भी चुके हैं. ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को भी बंगला खाली करना पड़ेगा?
सुषमा पर भी बढ़ा दबाव
अमर उजाला में छपी खबर के अनुसार पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज और उमा भारती लोकसभा सचिवालय से पूर्व सांसद का परिचयपत्र भी ले चुकी हैं, ऐसे में उन पर बंगला छोड़ने का दबाव बढ़ सकता है. यही हाल कलराज मिश्र, शांता कुमार और भुवन चंद्र खंडूरी जैसे नेताओं का भी है.
हालांकि सरकार चाहे तो इन नेताओं को सांसद न होने के बाद भी बंगला दिया जा सकता है. अगर किसी नेता की सुरक्षा को खतरा है तो प्रियंका गांधी की तरह उन्हें किसी सदन का सदस्य न होते हुए भी सरकारी बंगला आवंटित किया जा सकता है. आडवाणी और जोशी दोनों को विशेष सुरक्षा मिली हुई है, ऐसे में दोनों नेताओं को सुरक्षा कारणों के चलते बंगला मिल सकता है.