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राजस्थान में कांग्रेस में जाने के लिए तैयार खड़े हैं बसपा के विधायक
ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि राजस्थान में बीएसपी विधायक राजेंद्र गुढ़ा ने हाल ही में बयान दिया था कि पार्टी के भीतर टिकट बेचे जाते है, उनकी बोली लगती है और जो जितना ज्यादा पैसा देता है उसके टिकट की गारंटी उतनी ही होती है. अक्सर बीएसपी नेता पार्टी छोड़ने के बाद मायावती पर टिकट बेचने के आरोप लगाते हैं. लेकिन राजेंद्र गुढ़ा ने ये काम पहले ही कर दिया है. अब तो ये कहना भी मुश्किल है कि राजेंद्र गुढ़ा बीएसपी में कब तक रह पाएंगे. राजस्थान की 200 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस के 100 विधायक हैं, कांग्रेस के पास बहुमत तो है लेकिन बिल्कुल लकीर पर. ऐसे में बसपा के 6 विधायक उसके बहुत काम आ सकते हैं .
वैसे भी अशोक गहलोत को राजनीति का माहिर खिलाड़ी माना जाता है
2008 में भी अशोक गहलोत ने अपनी सरकार में बसपा के सभी विधायकों को कांग्रेस में मिला कर बहुमत के जादुई आंकड़े जुगाड़ कर लिया था इस बार भी बसपा के सभी विधायक पाला बदलने के लिए तैयार खड़े है, बसपा के विधायक हाल ही में अशोक गहलोत से मुलाकात करके आयें हैं बसपा के विधायकों का नेतृत्व कर रहे राजेंद्र गुढ़ा गहलोत सरकार में मंत्री भंवर सिंह भाटी से सम्पर्क बनाएं हुए हैं.
कहते हैं कि वो जादूगर ही क्या, जिसके करतब को नंगी आंख पकड़ ले. सचिन पायलट पूरे राज्य में कांग्रेस को जिताने की कोशिश करते रहे और गहलोत ने अपने समर्थकों को निर्दलीय चुनाव लड़ा कर बहुमत के जादुई आंकड़े में खेल कर दिया. क्योंकि वो अच्छी तरह से जानते थे कि पार्टी ने अच्छी खासी संख्या में बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया तो उनका मुख्यमंत्री बनना मुश्किल हो सकता है. अशोक गहलोत की इन्हीं खूबियों के कारण उन्हें सूबे की राजनीति का चाणक्य कहा जाता है और कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें तीसरी बार राजस्थान की मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठा दिया.
खुर्शीद ( MJRP University से पत्रकारिता मे अध्ययन कर रहा है )