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वैज्ञानिकों ने बताया क्यों दिल्ली और आस-पास के इलाकों में पड़ रही इतनी कड़ाके की ठण्ड?
शनिवार को कड़ाके की सर्दी और शीतलहर ने 119 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। 1901 के बाद यह दूसरी बार है जब दिसंबर में ज्यादा सर्दी पड़ रही है। ऐसे में दिल्ली का पारा लगातार गिरता दिखाई दे रहा है। दिल्ली में शनिवार को न्यूनतम तापमान 1.7 डिग्री पर पहुंच गया है। शनिवार को सुबह 8.30 बजे दिल्ली के सफदरजंग एन्क्लेव में 2.4 डिग्री, पालम में 3.1 डिग्री, लोधी रोड में 1.7 डिग्री और आया नगर में 1.9 डिग्री दर्ज किया गया है। यहां हम आपको बता रहे हैं कि आखिर क्या होता है सर्दी के मापने का पैमाना।
ये है कारण:
क्लाईमेट चेंज होने के कारण सर्दी पड़ रही है।
क्लाईमेट चेंज, ज्यादा गर्मी पड़ने का भी यही कारण है।
भविष्य में इसी के कारण बाढ़ और सुखाड़ जैसी गंभीर समस्याएं भी सामने आ सकती हैं।
इसी के कारण पूरी दुनिया एक असामान्य परिस्थितियों का सामना कर रही है।
यही कारण था कि इस वर्ष अगस्त और सितंबर माह में बारिश हुई, जो असामान्य थी। इस बारिश ने वैज्ञानिकों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया।
वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण अब मौसम का अनुमान लगाना थोड़ा मुश्किल हो गया है।