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हैदराबाद गैंगरेप: एनकाउंटर में मारे गए आरोपियों का अभी तक नही हुआ अंतिम दाह संस्कार? जानें वजह
हैदराबाद। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में महिला वेटनरी डॉक्टर से गैंगरेप के बाद हत्या के मामले में जांच लगातार चल रही है. एनकाउंटर में चारों आरोपियों की मौत के बाद सुप्रीम कोर्ट ने जांच आयोग गठित की है, लेकिन इस बीच एनकाउंटर के 10 दिन बाद भी चारों आरोपियों का अंतिन संस्कार नही हुआ है और लाश हॉस्पिटल में पड़ी है. इनकी बॉडी घरवालों को कब सौंपी जाएगी इसको लेकर फिलहाल सस्पेंस बना हुआ है।
बतादें कि चारों आरोपियों की मौत 6 दिसंबर को पुलिस एनकाउंटर में हुई थी. हैदराबाद में चारों आरोपियों को नैशनल हाईवे 44 के पास एनकाउंटर के दौरान गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया गया था. ये वही राजमार्ग था, जहां से 27 साल की डॉक्टर का जला शव मिला था. इस एनकाउंटर पर कई तरह के सवाल उठाए गए हैं. कई संगठनों ने इसे फर्जी करार दिया. लिहाजा आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट ने घटना के दिन ही चारों शवों को 13 दिसंबर तक संरक्षित करने का आदेश दिया था. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि फिलहाल उनके आखिरी आदेश तक आरोपियों के शव सुरक्षित रखा जाएगा. छह महीने के अंदर सुप्रीम कोर्ट में जांच की रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
दरअसल सुप्रीम कोर्ट की बेंच को बताया गया है कि एक विशेष जांच दल चार लोगों के मारे जाने के मामले की जांच कर रहा है. जांच टीम डेड बॉडी को देख कर ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या पुलिस ने अपने बचाव में इन पर गोलियां चलाई या फिर जानबूझ कर इन्हें मारा गया. तेलंगाना पुलिस ने कहा था कि छह दिसंबर को पुलिस के साथ मुठभेड़ में ये चारों मारे गए थे. इन चारों आरोपियों पर पुलिस ने मौत के बाद एफआईआर भी दर्ज किया है.
ये घटना6 दिसंबर सुबह साढ़े तीन बजे की है. रिमांड के दौरान पुलिस चारों आरोपियों को घटनास्थल पर ले गई. पुलिस पूरे घटना को आरोपियों की नजर से समझना चाह रही थी. पुलिस ने बताया कि इसी दौरान इन चारों ने उन पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी. ऐसे में पुलिस के सामने गोली चलाने के अलावा कोई चारा नहीं था. उन्होंने इन्हें पकड़ने के लिए गोलियां बरसा दी. देखते ही देखते चारों आरोपी वहीं ढेर हो गया. बाद में इन सबकी लाश को सरकारी अस्पताल भेज दिया गया.