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अखाड़ा परिषद ने जारी की फर्जी बाबाओं की दूसरी लिस्ट, इस साध्वी का भी नाम
इलाहाबाद : अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने शुक्रवार को बैठक कर फर्जी साधुओं की दूसरी लिस्ट जारी कर दी। दूसरी लिस्ट में सर्वसम्मति से तीन बाबाओं को फर्जी घोषित किया गया है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने इन बाबाओं का सामाजिक बहिष्कार करने की अपील की है।
शुक्रवार को हुई बैठक में फर्जी बाबाओं की दूसरी सूची में हाल में ही सुर्खियों में आए दिल्ली के वीरेंद्र देव दीक्षित सहित बस्ती के स्वामी सचिदानंद सरस्वती और इलाहाबाद की महिला संत और परी अखाड़े की स्वयंभू महामंडलेश्वर साध्वी त्रिकाल भवंता का नाम है।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सभी 13 अखाड़ों के प्रमुख शामिल हुए। जिसके बाद संवाददाताओं से बातचीत में महंत नरेंद्र गिरि ने कहा, 'हम जनता से अपील करते हैं कि लोग ऐसे बाबाओं से सतर्क रहे जो किसी परंपरा या संप्रदाय से नहीं हैं। साधु, संत, सन्यासी परंपरा, उदासीन परंपरा, नाथ परंपरा, वैष्णव संप्रदाय, शिव संप्रदाय आदि से आते हैं। वहीं फर्जी बाबाओं की कोई परंपरा या संप्रदाय नहीं है।'
महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि मीडिया को भी ऐसे बाबाओं का बहिष्कार करना चाहिए, जो समाज को गलत दिशा देकर अपना लाभ उठा रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि परिषद की ओर से जारी नई सूची को मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को भेजा जाएगा ताकि उन पर कार्रवाई करते हुए उन्हें समाज से बहिष्कृत किया जा सके।
आपको बता दें इससे पहले अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने 10 सितंबर को फर्जी बाबाओं की पहली सूची जारी थी जिसमें 14 नाम शामिल थे। इनमें आशाराम बापू, निर्मल बाबा, गुरमीत राम रहीम, सच्चिदानंद गिरि, सुखविंदर कौर उर्फ राधे मां, ओमबाबा उर्फ विवेकानंद झा, इच्छाधारी भीमानंद उर्फ शिवमूर्ति द्विवेदी, ओम नमः शिवाय बाबा, स्वामी असीमानंद, नारायण साई, कुश मुनि, रामपाल, मलखान गिरि और बृहस्पति गिरि शामिल थे।