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27 दिन बीतने के बाद भी पुलिस खाली हाथ, अधिवक्ता सफी हुसैन को न्याय ना मिलने पर निकाला कैण्डल मार्च
प्रदीप शर्मा
बरेली। योगी सरकार राज्य में भी न्याय मिलने के लिए अधिवक्ता सफी हुसैन के परिवार के लोग पुलिस प्रशासन से न्यायालय तक की सीढ़ियां चढ़ चुके है फिर भी अभी तक उनके बेटे सफी हुसैन के कातिलों को सजा नही मिली है। सेंथल के मोहल्ला चौधरी में हुई अधिवक्ता सफी हुसैन की मौत के मामले में सेथल वासियों और आस-पास के गांव के लोगों ने सोमवार शाम को कैंडल मार्च निकाल कर प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। वही प्रदर्शनकारियो ने आरोपियों के खिलाफ सख्त करवाई करने की मांग की।
वही सेंथल वासियों ने न्याय नहीं मिलने पर आंदोलन की चेतावनी दी। गौरतलब है कि बीती 28 सितम्बर को अधिवक्ता सफी हुसैन ने अपनी पत्नी और सुसराल वालो की प्रताड़ना से परेशान होकर आत्महत्या कर ली थी। सुसराल वालों ने मौत का कारण हार्टअटैक बताया था जिसका राज़ 7 दिन बाद घर की साफ सफाई में मिले सुसाईड नोट और पैन ड्राइव व मैमोरी कार्ड से खुला था। बाद में सफी हुसैन की पत्नी साहर फात्मा ससुर मोहम्मद सलीम सास बबली और सोनू रिज़वी पुत्र ज़ामिन हुसैन निवासी थाना किला के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। उसके बाद मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात किए गए तहसीलदार नवाबगंज और पुलिस की मौजूदगी में शव को कब्र से बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम कराया गया।
हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अधिवक्ता सफी हुसैन की मौत का कारण स्पष्ट नही हो पाया था। अब अधिवक्ता सफी हुसैन के मौत के आरोपियों की 14 बाद भी गिरफ्तारी नही होने से कस्बे वासियों में काफी रोष है। इस सम्बंध में कस्बे वासियों ने कैंडल मार्च निकाल कर अधिवक्ता सफी हुसैन की मौत के आरोपियों की गिफ्तारी की मांग की। कैंडल मार्च सेंथल फौजुल्ला मार्केट मुख्य चौराहे से शुरू हुआ जो हज़रत चिराग अली शाह की मजार पर खत्म हुआ।
आखिर में तंज़ीम ज़ैदी उर्फ़ सन्नी व भाजपा नेता मुकेश शर्मा ने आरोपियों की जल्द ही गिरफ्तारी न होने पर सड़क पर उतकर आंदोलन करने की चेतावनी दी है। कैंडल मार्च में सैकड़ो की तादात में लोग मौजूद रहे। इसमें फहीम हुसैन, ज़ैदी, जौहर अब्बास, शारिफ हुसैन, अकबर वास्ती, जाफर ज़ैदी, मुकेश शर्मा, राहुल गुप्ता, मेहदी रज़ा, अनुपम पंडित, इरफ़ान अहमद, नज़ीम हुसैन, गुड्डू, आसिफ ज़ैदी, अहमर हसनैन, मगन ज़ैदी, अविनाश मिश्रा,जतिन जोशी, आदि मौजूद रहे।