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बिजनौर हिंसा : मृतकों के घर पहुंची प्रियंका, परिजनों से गले लगकर रो पड़ी
बिजनौर। 20 दिसंबर को जनपद बिजनौर के नजीबाबाद नहटौर और शहर क्षेत्र के काफी जगह पर उपद्रवियों द्वारा कई जगह पर आगजनी और गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया था। इस घटना में जनपद के नहटौर क्षेत्र में दो लोगों की गोली लगने से मौत हो गई थी। साथ ही 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
बिजनौर के नहटौर क्षेत्र में 20 दिसंबर को दंगे के दौरान चली गोली में अनस और सुलेमान नाम के व्यक्ति की मौत हो गई थी। जबकि जबकि इस घटना में 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस घटना को लेकर कांग्रेस की प्रियंका गांधी ने आज मृतकों के घर पर पहुंचकर जहां मृतकों के घरवालों को सांत्वना दी।तो वही परिवार वालों से इस घटना को लेकर बातचीत की.
प्रियंका गांधी ने बताया कि यह बिल देश हित में नहीं है। जीडीपी इतनी नीचे कभी भी नहीं गई। इस घटना में जो लोग मरे हैं वह बहुत अजीब परिस्थितियों में है। इस पूरे घटना की इन्वेस्टीगेशन होनी चाहिए। उधर जब मृतक हुआ परिवार वाले जब मुकदमा लिखवाने के लिए थाने गए तो पुलिस ने उल्टा ही परिवार वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की बात कहकर उन्हें वहां से भगा दिया।
साथ ही इस बिल को लेकर प्रियंका गांधी ने कहा कि झोपड़ी झुग्गी में रहने वाले लोग इन्हें 1971 का कागज कहां से लाकर दिखाएंगे। उधर प्रधानमंत्री और सरकार के बारे में बताया कि इन्हें विरोध सुनने की आदत नहीं है।