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गरीबों व असहायों के लिए किसी फरिश्ते की तरह मदद के लिए सदैव तत्पर रहते हैं महापौर पति के के शर्मा
अतिथि संवाददाता
गाजियाबाद। समाजसेवी एवं श्रीराम पिस्टन के पूर्व महाप्रबंधक के के शर्मा सदैव गरीबों की मदद के लिए तत्पर रहते हैं। नगर की प्रथम नागरिक महापौर आशा शर्मा के पतिदेव होने के बाद आमलोगों के प्रति उनकी जिम्मेदारी और बढ़ गई है। महापौर कैम्प कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, श्री शर्मा अपने वेतन का 20 से 40 प्रतिशत हिस्सा गरीबों की सेवा एवं इलाज में लगा देते हैं जिससे उन्हें दिली तसल्ली प्राप्त होती है।
ऐसा ही एक किस्सा आज का है जब घर से श्री शर्मा निकले तो एक बुजुर्ग एवं गरीब व्यक्ति जिनका नाम चंद्रपाल, निवासी सिहानी, गाजियाबाद है, को शरीर में कमजोरी थी और रक्त भी कम प्रतीत होता था, लेकिन 0पैसों के अभाव में बुजुर्ग व्यक्ति अपना इलाज नहीं करा पा रहा था। लिहाजा, उसने अपना दुखड़ा श्री शर्मा को सुनाया। उसकी यह परेशानी जान-सुनकर श्री शर्मा ने नजदीकी अस्पताल में उनको भर्ती कराया और उनके इलाज का खर्चा स्वयं वहन करने की जिम्मेदारी ली।
उन्होंने अस्पताल के डॉक्टर को कहा कि किसी भी तरह की कोई जरूरत पड़े तो आधी रात को भी फोन कर सकते हैं, लेकिन इलाज में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए। मौजूदा सामाजिक परिवेश में श्री शर्मा का यह कार्य समाज के अंदर एक अस्तित्व रखता है और ऐसे ही ढेर सारे गरीबों की मदद करके वो कितना पुण्य कमाते हैं, इसका सियासी लाभ भी उनके परिवार को मिल चुका है। यही वजह है कि और भी बड़े लक्ष्य की प्राप्ति के लिए श्री शर्मा सदैव गरीबों की मदद के लिए तत्पर बताए जाते हैं। यदि उन्हें आजमाना चाहते हों तो उनके आवास पर किसी भी जरूरतमंद को भेज सकते हैं।