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Ghaziabad suicide case: बिजनेस पार्टनर या पत्नी, संजना का गुलशन से क्या था रिश्ता? संजना के भाई ने किया खुलासा

Special Coverage News
5 Dec 2019 10:51 AM GMT
Ghaziabad suicide case: बिजनेस पार्टनर या पत्नी, संजना का गुलशन से क्या था रिश्ता?  संजना के भाई ने किया खुलासा
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जीन्स के धागे काटने वाली गुलशन से वसुदेव की बिजनेस पार्टनर कैसे बनी संजना?
गाजियाबाद : जनपद गाजियाबाद के इंदिरापुरम के वैभव खंड स्थित कृष्णा अपरा सफायर सोसायटी में एक साथ हुई पांच मौतों के जिम्मेदार राकेश कुमार को पुलिस ने भले गिरफ्तार कर लिया हो लेकिन कुछ सवाल अब भी सिर उठाए हुए हैं. जैसे – वसुदेव परिवार के साथ आत्महत्या करने वाली संजना कौन थी? वसुदेव की पत्नी? दोस्त? बिजनेस पार्टनर या कुछ और?

26 वर्षीय संजना डेढ़ साल पहले 'गुलशन' के नाम से जानी जाती थी. बुधवार को उसके भाई फिरोज ने बताया कि वह दिल्ली अशोक पार्क स्थित रामपुरा में अपने परिवार के साथ रहती थी. मध्यवर्गीय परिवार, पिता दिल्ली की एक फैक्ट्री में क्लर्क का काम करते थे जो कि अब रिटायर हो चुके हैं.

2015 में गुलशन(संजना) की मुलाकात उसके हमनाम गुलशन वसुदेव से हुई, उसके बाद सब कुछ बदल गया. वसुदेव ने 2016 में अपना ONZ Denim के नाम से अपना बिजनेस शुरू किया तो जीन्स के धागे काटने वाली गुलशन को उसका मैनेजर बना दिया. फिरोज का कहना है कि गुलशन ने डेढ़ साल पहले दिल्ली वाला घर छोड़ा, धर्म परिवर्तन किया, संजना नाम रखा और गुलशन वसुदेव से शादी कर ली.



नहीं पूरी हो सकी आखिरी इच्छा

किसी को नहीं पता कि बिजनेस मैनेजर संजना का गुलशन वसुदेव के परिवार से कैसा रिश्ता था. संजना और गुलशन वसुदेव की पत्नी परमीन, बच्चों ऋतिक और कृतिका से किस तरह का जुड़ाव था कि वह उस परिवार के साथ ही रहने लगी, यह किसी को नहीं पता. ये रिश्ते इतने मजबूत कैसे हो गए कि इन्होंने दीवार पर आखिरी इच्छा लिख रखी थी कि संजना की बॉडी भी उनके साथ ही जलाई जाए.

हालांकि उनकी ये आखिरी इच्छा पूरी नहीं हो सकी. संजना की लाश को उसके भाई और मां के सुपुर्द कर दिया गया. गुलशन वसुदेव की एक आंटी उर्मिला दीवान का कहना है कि गुलशन के परिवार वाले साथ में अंतिम संस्कार के लिए नहीं माने क्योंकि वह दूसरे समुदाय से थी. न जाने कैसे वह वसुदेव की फैमिली में एडजस्ट हो गई. हम जब भी वसुदेव के दिल्ली वाले ऑफिस में गए, उसने हमेशा संजना को बिजनेस पार्टनर बताया.

उर्मिला दीवान का कहना है कि संजना केवल डेढ़ महीने पहले गुलशन के परिवार के साथ रहने आई थी. उसके पहले गुलशन के पिता साथ में रहते थे. दो महीने पहले कुछ चोट लगने के कारण गुलशन का बड़ा भाई विपिन उन्हें दिल्ली के झिलमिल कॉलोनी स्थित घर ले गया था. संजना के बड़े भाई फिरोज का कहना है 'उसने गुलशन से शादी की थी, हम चाहते थे उसकी आखिरी इच्छा पूरी हो लेकिन गुलशन का परिवार राज़ी नहीं हुआ.'

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