गाजियाबाद के तुराब नगर बाज़ार प्रकरण,गुनहगार कौन ..? तीन बाद महिला को थप्पड़ मारने वाला दरोगा लाइन हाजिर

गाजियाबाद: कल व्यस्त बाज़ार तुराब नगर के घटनाक्रम में महिला-पुलिस विवाद में महिला सहयोगी द्वारा बनाई गयी विडियो आरोपित या पीड़ित महिला को Safe-Side करते हुए साज़िशन बनाई गयी है , जिसमें झगड़े के प्रारम्भ को नहीं दर्शाया गया है ! जिसमें महिला का पति शराब के नशे में मेहंदी लगवा रही दूसरी महिला व दुकानदार से झगड़ा व गंदी गंदी गाली गलौज कर रहा था।
( प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक )
उक्त विडियो में महिला को विडियो यू ट्यूब पर डाल दिया गया जिसमें स्पष्ट सुना जा सकता है ! यह विडियो सोशल ग्रुप पर तेज़ी से वायरल किया गया जिसमें पुलिस की गुंडागर्दी कहकर प्रचारित और प्रसारित किया गया जबकि पुलिस तो उक्त महिला के पति को शराब के नशे की हालत में मेडिकल कराने के लिए ले जाने का प्रयास कर रही थी।,
भारत सरकार के बेटी बचाओ और बेटी पढाओ नारा हो और उसमें रक्षक ही भक्षक बनकर महिलाओं पर हाथ डाले तो आप क्या कहेगे और उस पर कार्यवाही भी तीन दिन बाद हो तो और भी चार चाँद लग जाते है अभी अभी मिली जानकारी के मुताबिक महिला से बदसलूकी का आरोपी दरोगा लाइन हाजिर कर दिया गया है. जबकि परसों से पुलिस ने मामला दबा रखा था. भरे बाजार की थी महिला से बदसलूकी. महिला से बदसलूकी का वीडियो वायरल हुआ था.
एक नारी को अपने सजना को रिझाने के लिए हाथों पर लाल महंदी लगवाने के दौरान एक पुलिस दरोग़ा के चाटाँ मारकर गाल लाल करते हुए सोचना चाहिए था कि दरोग़ा की सजनी भी उसके इंतज़ार में थाल सजाए हुए इस विडियो को देखते हुए लाल-पिली होकर अपने सजना की लाचारी व विवशता देख कर कितनी खीज रही होगी ..?
क्या इज़्ज़त उस महिला की ही थी ..?
उस वर्दीधारी पुरूष की कोई इज़्ज़त नहीं जो अपने घर परिवार व त्योहार को छोड़ कर सरे बाज़ार एक राहचलती महिला से सरे-आम चाँटे खा रहा है। धिक्कार है ऐसी नौकरी पर इससे बहत्तर तो जमाँदार की नौकरी है जिसमें झाड़ू के ख़ौफ़ से कोई उसके गीरेबाँ में हाथ डालने की हिम्मत नहीं करता। पुलिस के आला अधिकारियों को इस प्रकरण की गहन जाँच कर दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही करनी चाहिए अन्यथा यह कुप्रथा बनकर प्रचलित हो जायेगी।