गाजीपुर

इस व्यक्ति की रणनीति और भूमिका ने निभाया अफजाल को जीत में अहम किरदार , विरोधियों की उड़ाई नींद

Special Coverage News
26 May 2019 8:50 AM GMT
इस व्यक्ति की रणनीति और भूमिका ने निभाया अफजाल को जीत में अहम किरदार , विरोधियों की उड़ाई नींद
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लोकसभा चुनाव में यूपी की गाज़ीपुर लोकसभा का परिणाम जमकर सुर्खियां बटोर रहा है. मोदी की प्रचंड लहर के बावजूद उनके केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है. यह शिकस्त बीजेपी और उनके रणनीतिकारों के लिए चिंता का सबब बनी हुई है. गाजीपुर लोकसभा से गठबंधन के तहत बसपा प्रत्याशी अफजाल अंसारी की इस ऐतिहासिक जीत कई रणनीतिकारों का योगदान है. उनमें से ही एक ऐसा व्यक्ति है जिसके बारे में हर कोई जानने को उत्सुक है. क्योंकि यह व्यक्ति हर अफजाल और अब्बास अंसारी के साथ साये की तरह लगा रहता है. हाथ में कलम और डायरी लिए हिसाब किताब करता है.




23 मई को परिणाम के दिन सुबह से लेकर देर रात तक यह व्यक्ति अफजाल अंसारी और अब्बास अंसारी के साथ रणनीति तैयार करते दिखा. उस व्यक्ति की ये फोटो देखकर हर कोई यह जानने को उत्सुक है कि आखिर यह कौन है? आज हम इस रहस्य से पर्दा उठाएंगे. इस व्यक्ति की रणनीति और भूमिका को जानकार आप भी चौंक जाएंगे.

उस युवक का नाम है बृजेश जायसवाल

इस व्यक्ति का नाम बृजेश जायसवाल है. जो बसपा विधायक मुख्तार अंसारी के बेटे युवा नेता अब्बास अंसारी के प्रतिनिधि और ख़ास सलाहकारों में से एक माने जाते हैं. गाजीपुर लोकसभा चुनाव में भी इस युवा नेता को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई थी. यह पहला मौका नहीं है जब बृजेश ने यह भूमिका निभाई है. वह लगातार अफजाल अंसारी के चुनावी एजेंट की भूमिका में रहते हैं. साथ ही अब्बास अंसारी के प्रतिनिधि के तौर पर भी अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं.




मीडिया मैनेजमेंट की जिम्मेदारी

बृजेश जायसवाल अफजाल, मुख़्तार और अब्बास अंसारी के मीडिया मैनेजमेंट की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी देखते हैं. मेनस्ट्रीम मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक वो संभालते हैं.

वैश्य समाज को जोड़ने की भूमिका

बृजेश जायसवाल, वैश्य समाज से आते हैं. यह समाज परम्परागत रूप से बीजेपी और कांग्रेस का वोट बैंक बना रहा है लेकिन पूर्वांचल में इस सिलसिले को बृजेश ने तोड़ने का काम किया है. वैश्य समाज को बड़ी संख्या में न सिर्फ पार्टी से जोड़ा है बल्कि युवाओं के बीच भी बृजेश की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है.




अंसारी परिवार के बेहद करीबी

बृजेश जायसवाल, अंसारी परिवार के बेहद करीबी हैं. विरोधी अक्सर अंसारी परिवार को सिर्फ मुस्लिम हितैषी बताने का प्रयास करते रहे हैं लेकिन बृजेश उनकी इन रणनीतियों पर अब तक पानी फेरने में कामयाब दिखाई देने लगे हैं. बड़ी संख्या में न सिर्फ वैश्य समाज को जोड़ा है बल्कि हिन्दुओं के बीच बनी गलत अवधारणा को भी तोड़ने का कार्य किया है.




इन चुनावों में निभाई भूमिका

बृजेश जायसवाल ने अफजाल और अब्बास अंसारी के चुनावों में बड़ी भूमिका निभाते हैं. २०१९ के लोकसभा चुनाव में उन्हें विधानसभा जखनीया की जिम्मेदारी दी गई थी. जहाँ से अफजाल ने सबसे बड़ी जीत दर्ज की है. इस विधानसभा पर अफजाल अंसारी (गठबंधन) को 1,31,245 वोट, मनोज सिंहा (एनडीए) को 87,427 वोट मिले थे.

जिसमे अफजाल की बढ़त 43,818 वोट की थी. इसके अलावा वे 2004 के लोकसभा, 2007 के विधानसभा, 2009 के लोकसभा, 2012 के विधानसभा, 2014 लोकसभा, 2017 के विधानसभा में अपनी काबिलियत और रणनीति का लोहा मनवा चुके हैं.

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